राजस्थान और दिल्ली में बाढ़ का कहर: हाईवे बहा, कॉलोनियां डूबीं, भोपाल में डैम के गेट खुले
भारी बारिश से उदयपुर में कॉलोनियां डूबीं, हाईवे बहा। दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ से जनजीवन प्रभावित। भोपाल में बड़ा तालाब ओवरफ्लो, भदभदा डैम के गेट खुले। प्रशासन राहत कार्य में जुटा। मौसम विभाग ने और बारिश की चेतावनी दी।

नई दिल्ली/जयपुर/भोपाल: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। राजस्थान के उदयपुर में लगातार बारिश के कारण कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं, और एक प्रमुख हाईवे का हिस्सा बह गया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। दिल्ली में भी हालात गंभीर हैं, जहां यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। दूसरी ओर, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ा तालाब ओवरफ्लो हो गया, जिसके चलते भदभदा डैम के गेट खोलने पड़े।
उदयपुर में जलप्रलय जैसे हालात
राजस्थान के उदयपुर में पिछले 48 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया। कई रिहायशी कॉलोनियां पानी में डूब गईं, और लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। उदयपुर-जयपुर हाईवे का एक हिस्सा बारिश के पानी में बह गया, जिससे सड़क यातायात पूरी तरह ठप हो गया। स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किए हैं और प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
दिल्ली में यमुना का कहर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। कश्मीरी गेट, आईएसबीटी, और अन्य निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दिल्ली सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर बाढ़ की चेतावनी में देरी का आरोप लगाया है।
भोपाल में बड़ा तालाब ओवरफ्लो
मध्य प्रदेश के भोपाल में भारी बारिश के कारण बड़ा तालाब (अपर लेक) का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते भदभदा डैम के गेट खोलने पड़े। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बारिश की चेतावनी दी है।
प्रशासन की कार्रवाई और चेतावनी
तीनों राज्यों में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं। मौसम विभाग ने राजस्थान, दिल्ली, और मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई है। लोगों से नदियों और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की गई है।
यह स्थिति जलवायु परिवर्तन और अनियोजित शहरीकरण की चुनौतियों को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ प्रबंधन और जल निकासी व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।