बाड़मेर में दिल दहला देने वाली घटना: नाबालिग रेप पीड़िता ने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया, आरोपी युवक पर POCSO के तहत कार्रवाई
बाड़मेर में 18 वर्षीय युवती ने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। नाबालिग रहते परिचित ने दुष्कर्म किया। डर से चुप रही, प्रसव ने राज खोला। पुलिस ने POCSO में केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। नवजात स्वस्थ है। यह घटना महिला सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है जो समाज के हर वर्ग को झकझोर रही है। सदर थाना क्षेत्र की एक 18 वर्षीय युवती ने जिला अस्पताल में एक नवजात शिशु को जन्म दिया। पीड़िता ने पुलिस पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया कि घटना के समय वह नाबालिग थी और एक स्थानीय युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। यह राज लंबे समय से छिपा हुआ था, लेकिन प्रसव के बाद चिकित्सकीय जांच में सच्चाई सामने आ गई।
युवती को पेट दर्द की शिकायत पर परिजनों ने शनिवार रात अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने डिलीवरी कराई। नवजात शिशु स्वस्थ है और अस्पताल में ही निगरानी में रखा गया है। पीड़िता ने बताया कि आरोपी युवक उसके परिचितों में से एक था, जिसने घटना को अंजाम दिया और धमकी देकर मामले को दबाए रखा। पुलिस ने पीड़िता के बयान पर तुरंत POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सदर थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि आरोपी की पहचान हो चुकी है और उसकी तलाश तेज कर दी गई है। जांच में आरोपी के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और बार-बार दुष्कर्म के आरोप भी लगे हैं।
यह घटना बाड़मेर जिले में सनसनी फैला रही है, जहां पहले भी महिलाओं के खिलाफ अपराध की कई घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन ने पीड़िता को चिकित्सकीय और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। जिला कलेक्टर ने कहा, "ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान तेज किया जाएगा और महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।" पुलिस ने नवजात के DNA टेस्ट की सिफारिश की है ताकि आरोपी से साक्ष्य मिलान हो सके।
मामले की गहराई से जांच जारी है, और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। यह घटना न केवल कानूनी सिस्टम की सख्ती की मांग करती है, बल्कि समाज में नैतिक जागरूकता की भी जरूरत बताती है।