जैसलमेर बईया में संघर्ष आया काम ; कम्पनी से वार्ता के बाद दिवंगत कार्मिकों के परिजनों को मिला मुआवजा और नौकरी
जैसलमेर जिले के बईया गांव में अडानी सोलर प्लांट्स में कार्यरत विक्रमसिंह निवासी झिनझिनयाली और मोतीसिंह भाटी निवासी बईया की 29 जून को कंपनी की गाड़ी से हुए सड़क हादसे में असामयिक मौत हो गई थी. इस दर्दनाक घटना के बाद से परिजनों और समाज के लोगों द्वारा उचित मुआवजा ना मिलने पर धरना दिया जा रहा था. लंबे समय से चल रहे इस धरने का आज आखिरकार समाधान निकला।

जैसलमेर जिले के बईया गांव में अडानी सोलर प्लांट्स में कार्यरत विक्रमसिंह निवासी झिनझिनयाली और मोतीसिंह भाटी निवासी बईया की 29 जून को कंपनी की गाड़ी से हुए सड़क हादसे में असामयिक मौत हो गई थी. इस दर्दनाक घटना के बाद से परिजनों और समाज के लोगों द्वारा उचित मुआवजा ना मिलने पर धरना दिया जा रहा था. लंबे समय से चल रहे इस धरने का आज आखिरकार समाधान निकला। बीजेपी नेता स्वरूपसिंह खारा और अन्य जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों एवं सहयोग से कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता हुई. इस वार्ता में दिवंगत कार्मिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और दो परिजनों को रोजगार उपलब्ध कराने पर सहमति बनी।
कार्मिको को उपलब्ध करवाए जाए सुरक्षा उपकरण
ग्रामीणों और परिजनों ने इस निर्णय को समाज के संघर्ष और एकजुटता की जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम दिवंगत परिवारों के आंसुओं को कुछ हद तक सहारा देने वाला होगा। हालांकि, लोगों ने कंपनी प्रबंधन से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस सुरक्षा उपकरण सुनिश्चित करने की भी मांग की है।