थार महोत्सव कल से: कलेक्टर टीना डाबी ने बांटे पीले चावल
बाड़मेर में 8 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा थार महोत्सव, कलेक्टर टीना डाबी ने पीले चावल बांटकर दी शुरुआत, लोकसंस्कृति और पर्यटन को मिलेगी नई दिशा।

बाड़मेर। मरुधरा की रेत, लोकगीतों की गूंज और संस्कृति की खुशबू से सराबोर होने जा रहा है बाड़मेर। जिले में हर साल की तरह इस बार भी थार महोत्सव का आयोजन 8 अक्टूबर से शुरू होगा। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने परंपरागत तरीके से पीले चावल बांटकर महोत्सव का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव बाड़मेर की कला, संस्कृति और पर्यटन को नई दिशा देगा।
किस प्रकार होगा आयोजन
कलेक्टर डाबी के अनुसार महोत्सव की शुरुआत शोभायात्रा के साथ होगी, जो गांधी चौक स्कूल से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आदर्श स्टेडियम पहुंचेगी। यहां पूरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी।
मुख्य आकर्षणों में मिस्टर एंड मिस डेजर्ट प्रतियोगिता, थार सुंदरी चयन, तेज़ साफा बांधने की प्रतियोगिता, ऊंट सजावट, लोकनृत्य और लोकगीत प्रस्तुतियां शामिल होंगी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और मरुधर की विरासत को दर्शाएंगे।
कलेक्टर ने बताया आयोजन का महत्व
दूसरे दिन महोत्सव की रंगत ऐतिहासिक किराडू मंदिर परिसर में देखने को मिलेगी, जहां कई राष्ट्रीय और स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। यह कार्यक्रम थार की सांझी संस्कृति और लोक परंपराओं को जीवंत रखेगा।
इसके बाद महाबार के धोरों में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें थार के कलाकार अपनी कला की छटा बिखेरेंगे।
कलेक्टर डाबी ने कहा— “थार महोत्सव का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि हमारी लोक संस्कृति को सहेजना और पर्यटन को बढ़ावा देना है।”
उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लें और मरुधर की परंपरा को आगे बढ़ाएं।