Rajasthan में पेंशन घोटाला ; 50 हजार अपात्रों ने हड़पे 17 करोड़, मृतकों और दोबारा शादीशुदा महिलाओं के नाम पर निकाले पैसे
झुंझुनूं जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। करीब 50,000 अपात्र लाभार्थियों ने 17 करोड़ रुपये की पेंशन गलत तरीके से हासिल की। इसमें 9,000 से ज्यादा मृत व्यक्तियों के नाम पर और 11,232 दोबारा शादी कर चुकी महिलाओं ने 'एकल नारी' पेंशन उठाई।

झुंझुनूं, राजस्थान: सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। जिले में करीब 50 हजार अपात्र लाभार्थियों ने 17 करोड़ रुपये से ज्यादा की पेंशन गलत तरीके से हासिल की। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें 9,000 से ज्यादा मृत लोगों के नाम पर पेंशन निकाली जा रही थी, जबकि 11,232 ऐसी महिलाएं थीं, जिन्होंने दोबारा शादी करने के बावजूद 'एकल नारी' पेंशन उठाई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने अब इन अपात्रों को रिकवरी नोटिस जारी किए हैं और हर महीने 3-4 लाख रुपये की वसूली की जा रही है।
मृतकों के नाम पर पेंशन की लूट
सामाजिक सुरक्षा विभाग की जांच में सामने आया कि कई परिवारों ने अपने बुजुर्ग या महिला सदस्य की मृत्यु की सूचना छिपाकर पेंशन निकालना जारी रखा। जिले में 33,565 बुजुर्गों की पेंशन संदिग्ध पाई गई, जिनमें से 9,000 से ज्यादा की मृत्यु हो चुकी थी। फिर भी उनके बैंक खातों में हर महीने पेंशन जमा हो रही थी, जिसे परिजन सरकारी मदद मानकर निकालते रहे।
केस 1: खेतड़ी में बुजुर्ग की मौत के 4 साल बाद भी पेंशन
खेतड़ी क्षेत्र में एक बुजुर्ग के बैंक खाते में हर महीने पेंशन जमा हो रही थी। उनके बेटे ने इसे सरकारी मदद मानकर लगातार राशि निकाली। विभाग की जांच में पता चला कि बुजुर्ग की मृत्यु 4 साल पहले हो चुकी थी। अब विभाग ने 1 लाख रुपये से ज्यादा की रिकवरी का नोटिस जारी किया है।
केस 2: उदयपुरवाटी में मृत महिला के नाम पर पेंशन
उदयपुरवाटी में एक महिला की मृत्यु के बाद भी परिवार वाले पेंशन उठाते रहे। विभाग की टीम जब गांव पहुंची तो पड़ोसियों ने बताया कि महिला की मृत्यु 3 साल पहले हो चुकी थी। इसके बाद खाता ब्लॉक कर 80,000 रुपये से ज्यादा की रिकवरी का नोटिस जारी किया गया।
केस 3: सूरजगढ़ में 4 साल तक चली लूट
सूरजगढ़ में एक वृद्धा की 4 साल पहले मृत्यु हो गई थी, लेकिन परिजनों ने इसकी सूचना विभाग को नहीं दी। वे नियमित रूप से बैंक खाते से पेंशन निकालते रहे। जांच में यह गड़बड़ी पकड़ी गई और विभाग ने 50,000 रुपये की रिकवरी का नोटिस जारी किया।
दोबारा शादी के बाद भी 'एकल नारी' पेंशन
एकल नारी पेंशन योजना विधवा, परित्यक्ता या अकेली महिलाओं के लिए है, लेकिन जांच में 11,232 ऐसी महिलाएं सामने आईं, जिन्होंने दोबारा शादी करने के बाद भी पहले पति की मृत्यु के आधार पर पेंशन ली।
केस 4: झुंझुनूं शहर में दूसरी शादी का खुलासा
झुंझुनूं शहर में एक महिला ने पति की मृत्यु के बाद एकल नारी पेंशन शुरू करवाई। डेढ़ साल बाद उसने दूसरी शादी कर ली, लेकिन इसकी सूचना विभाग को नहीं दी। जनाधार और विभाग के रिकॉर्ड में पति के नाम अलग-अलग होने पर शक हुआ। फिजिकल वेरिफिकेशन में दूसरी शादी का खुलासा हुआ। महिला 5 साल से पेंशन ले रही थी। अब विभाग ने रिकवरी नोटिस जारी किया है।
सरकारी कर्मचारियों और आय सीमा से अधिक वालों की पेंशन निरस्त
जांच में कई अन्य गड़बड़ियां भी सामने आईं:
गलत दस्तावेजों से पेंशन: जनाधार में उम्र कम और दस्तावेजों में ज्यादा दिखाकर 6,000 लाभार्थियों ने पेंशन हासिल की। इनकी पेंशन निरस्त कर रिकवरी शुरू की गई है।
सरकारी कर्मचारियों के परिवार: करीब 2,000 ऐसे लाभार्थी पकड़े गए, जिनके परिवार में सरकारी कर्मचारी हैं। इनकी पेंशन भी रद्द की गई।
आय सीमा से अधिक: 4,500 लाभार्थियों की पारिवारिक आय 1 लाख रुपये से ज्यादा थी, फिर भी वे पेंशन ले रहे थे। इनकी पेंशन भी निरस्त की गई।
50 हजार अपात्र लाभार्थी, 41,695 ग्रामीण क्षेत्रों से
जांच में कुल 50,000 अपात्र लाभार्थी सामने आए, जिनमें 41,695 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। इनमें एकल नारी पेंशन योजना के 9,294, विशेष योग्यजन के 2,539, वृद्धजन पेंशन योजना के 27,410 और कृषक पेंशन के 2,452 लाभार्थी शामिल हैं।
विभाग की कार्रवाई: 1 करोड़ से ज्यादा की वसूली
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पवन पूनिया ने बताया कि पिछले 2 साल से पेंशनभोगियों की स्क्रूटनी चल रही है। संदिग्ध लाभार्थियों के भौतिक सत्यापन और जनाधार रिकॉर्ड की जांच के बाद यह फर्जीवाड़ा सामने आया। अब तक 17 करोड़ रुपये की पेंशन गलत तरीके से निकाली गई, जिसमें से 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली हो चुकी है। हर महीने 3-4 लाख रुपये की रिकवरी जारी है।