"खाली कुर्सियों पर भड़के पंचायत राज मंत्री: बोराबास सेवा शिविर में लापरवाही पर लगाई फटकार"

पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने 4 अक्टूबर 2025 को कोटा ग्रामीण के बोराबास में सेवा शिविर का औचक निरीक्षण किया। शिविर में खाली कुर्सियां, अनुपस्थित अधिकारी और लापरवाही देखकर मंत्री नाराज हुए। उन्होंने नायब तहसीलदार से उपस्थिति रजिस्टर मांगा और उसमें लापरवाही का नोट लिखा

Oct 4, 2025 - 14:42
"खाली कुर्सियों पर भड़के पंचायत राज मंत्री: बोराबास सेवा शिविर में लापरवाही पर लगाई फटकार"

राजस्थान में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सेवा शिविरों के तहत शनिवार को कोटा ग्रामीण के बोराबास में आयोजित एक शिविर में पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने औचक निरीक्षण किया। लेकिन वहां का नजारा देखकर उनका पारा चढ़ गया। शिविर में खाली पड़ी कुर्सियां, अनुपस्थित अधिकारी और लापरवाह कर्मचारियों को देखकर मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया और मौके पर ही उपखंड अधिकारी (एसडीएम) को फोन पर फटकार लगाई।

शिविर में लापरवाही का आलम

सुबह 10 बजे बोराबास के सेवा शिविर में पहुंचे मंत्री मदन दिलावर को वहां का दृश्य निराशाजनक लगा। शिविर में केवल 3 से 4 विभागों के अधिकारी और कुछ कर्मचारी मौजूद थे, जो भी पंचायत कार्यालय के अंदर बैठे हुए थे। शिविर स्थल पर खाली कुर्सियां और अधूरी तैयारियां देखकर मंत्री ने नाराजगी जाहिर की। आनन-फानन में आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने मंच के पीछे बैनर लगाया, जो तब तक नहीं लगा था।मंत्री ने शिविर स्थल पर मौजूद नायब तहसीलदार लेखराज स्वामी (तहसील मंडाना) से सवाल किया, "शिविर भवन के कमरे में आयोजित करने के निर्देश हैं क्या?" इस पर नायब तहसीलदार ने जवाब दिया कि वे ग्रामीणों के आने का इंतजार कर रहे थे। मंत्री ने उपस्थिति रजिस्टर मांगा और उसमें नोट लिखा, "शिविर में सुबह 10.27 बजे तक कुछ ही कर्मचारी उपस्थित थे, वो भी कमरे के अंदर बैठे थे।" इसके बाद उन्होंने रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर समय भी दर्ज किया।

एसडीएम को फोन पर फटकार

मंत्री ने मौके से ही एसडीएम गजेंद्र सिंह को फोन किया और सख्त लहजे में पूछा, "शिविर का समय क्या है?" एसडीएम ने बताया कि शिविर का समय सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक है। इस पर मंत्री ने तल्खी से कहा, "अभी 10:15 बज रहे हैं, और बोराबास में शिविर शुरू नहीं हुआ है। कोई जिम्मेदार अधिकारी भी मौके पर नहीं है।" इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया। 

मंत्री के आने की खबर से हड़कंप

मदन दिलावर के शिविर में पहुंचने की सूचना मिलते ही अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सभी संबंधित अधिकारी बोराबास पहुंचे, और इसके बाद शिविर की विधिवत शुरुआत हुई। मंत्री करीब एक घंटे तक शिविर में मौजूद रहे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

लापरवाही पर सवाल

मदन दिलावर ने इस दौरान अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि सेवा शिविर जनता की सुविधा के लिए आयोजित किए जा रहे हैं, और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है, लेकिन अधिकारियों की अनुपस्थिति और लापरवाह रवैये से यह मकसद पूरा नहीं हो पा रहा।