पाकिस्तान को 'भूगोल से बाहर' फेंकने की चेतावनी: आर्मी चीफ द्विवेदी का श्रीगंगानगर दौरा, ऑपरेशन सिंदूर 2.0 का संकेत!

श्रीगंगानगर में आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ संयम नहीं बरतेगा। ऑपरेशन सिंदूर 1.0 की सफलता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 9 ठिकानों को नष्ट किया

Oct 3, 2025 - 16:36
पाकिस्तान को 'भूगोल से बाहर' फेंकने की चेतावनी: आर्मी चीफ द्विवेदी का श्रीगंगानगर दौरा, ऑपरेशन सिंदूर 2.0 का संकेत!

श्रीगंगानगर/नई दिल्ली, 3 अक्टूबर 2025: भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को श्रीगंगानगर के घड़साना क्षेत्र में सैनिकों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर 1.0' में भारत ने संयम बरता था, लेकिन अगली बार ऐसा नहीं होगा। इस बार भारत न केवल प्रतिक्रिया देगा, बल्कि ऐसी कार्रवाई करेगा कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा—'भूगोल में रहना है या बाहर!'। यदि पाकिस्तान को अपनी जगह बचानी है, तो उसे आतंकवाद को संरक्षण देना तुरंत बंद करना होगा।जनरल द्विवेदी ने सैनिकों से अपील की, "अब आप अपनी पूरी तैयारी रखें। अगर भगवान ने चाहा, तो जल्द ही यह मौका मिलेगा।" वे शुक्रवार सुबह ही राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के गांव 22 एमडी स्थित आर्मी छावनी पहुंचे थे, जहां उन्होंने सीमा सुरक्षा की समीक्षा की और जवानों का मनोबल बढ़ाया। यह दौरा ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब हाल के महीनों में भारत-पाकिस्तान के बीच LoC पर गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी हैं, और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान की ओर से उकसावे की कोशिशें जारी हैं।

ऑपरेशन सिंदूर 1.0: पहलगाम हमले का बदला, विश्व समर्थन के साथ

जनरल द्विवेदी ने अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर 1.0 की सफलता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। यह हमला विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें हमलावरों ने पीड़ितों के नाम और धर्म पूछे, और हिंदू पुरुषों को अलग करके गोली मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने एक महिला को छोड़ दिया ताकि वह "इस भयावह घटना" की खबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचा सके। इस घटना ने पूरे विश्व को झकझोर दिया—संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, यूरोपीय संघ समेत सभी प्रमुख देशों ने हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता दिखाई।इसके जवाब में 7 मई 2025 को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जो पहलगाम हमले के ठीक 15 दिन बाद था। यह नाम हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं द्वारा लगाए जाने वाले सिंदूर से प्रेरित था, जो देश की महिलाओं के सम्मान और सेना की रक्षा का प्रतीक बन गया। ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें से 7 पर आर्मी ने हमला किया, जबकि 2 पर वायुसेना के राफेल जेट्स ने मिसाइल स्ट्राइक्स कीं। परिणामस्वरूप 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें LeT और JeM के कम से कम 5 शीर्ष कमांडर शामिल थे।जनरल द्विवेदी ने जोर देकर कहा, "हमने जिन आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया, उनका वीडियो और सैटेलाइट सबूत पूरी दुनिया को दिखाए। अगर भारत सबूत न दिखाता, तो पाकिस्तान इन सबको छिपा लेता।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन में पाकिस्तानी सेना या नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया—यह पूरी तरह से 'नॉन-एस्केलेटरी' था। लेकिन पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में ड्रोन और मिसाइल हमले हुए, जिन्हें भारत ने S-400 सिस्टम से नाकाम कर दिया। 10 मई को DGMO स्तर पर सीजफायर हुआ, लेकिन सेना प्रमुख ने संकेत दिया कि यह स्थायी नहीं है।