राजस्थान SI पेपर लीक मामला: दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा गिरफ्तार, SOG की कार्रवाई तेज

राजस्थान के SI पेपर लीक मामले में SOG ने दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा को जयपुर के मानसरोवर से गिरफ्तार किया।

Sep 7, 2025 - 09:24
राजस्थान SI पेपर लीक मामला: दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा गिरफ्तार, SOG की कार्रवाई तेज
दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा
राजस्थान SI पेपर लीक मामला: दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा गिरफ्तार, SOG की कार्रवाई तेज
राजस्थान SI पेपर लीक मामला: दौसा के वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा गिरफ्तार, SOG की कार्रवाई तेज

जयपुर, 7 सितंबर 2025: राजस्थान में 2021 की सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए दौसा जिले के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीलोड़ी में कार्यरत वाइस प्रिंसिपल कार्तिकेय शर्मा (32) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी जयपुर के मानसरोवर क्षेत्र के लक्की हाइट्स फ्लैट्स, मांग्यावास से की गई। यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां एक ओर ईमानदार अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं SOG की गिरफ्तारियां लगातार बढ़ रही हैं।

गिरफ्तारी का विवरण

SOG के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) चिरंजीलाल मीणा ने जिला शिक्षा अधिकारी, दौसा को पत्र भेजकर कार्तिकेय शर्मा की गिरफ्तारी की जानकारी दी। पत्र के अनुसार, कार्तिकेय शर्मा मूल रूप से गया कुंड मोहल्ला, कामां, जिला डीग का निवासी है और दौसा के सिकराय ब्लॉक में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पीलोड़ी में वाइस प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत था। SOG प्रमुख और अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) वी.के. सिंह ने बताया कि शर्मा ने पेपर लीक के सरगना विनोद जाट से 8 लाख रुपये में प्रश्नपत्र खरीदा और इसे अपने परिचित रिंकू यादव को पढ़ाया।

यह कार्रवाई राजस्थान परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के उपाय) (संशोधन) विधेयक, 2023 के तहत की गई है। SOG ने इस मामले में अब तक करीब 90 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें लगभग 50 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं।

हाई कोर्ट का आदेश और SOG की सक्रियता

हाई कोर्ट द्वारा SI भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने के आदेश के बाद SOG ने अपनी जांच को और तेज कर दिया है। कोर्ट ने सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए 10 दिसंबर तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था। SOG ने पेपर लीक के नेटवर्क को तोड़ने के लिए राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा में भी छापेमारी की है। जांच में हरियाणा से इस मामले का कनेक्शन सामने आया है, जहां एक गिरोह ने 20 से 40 लाख रुपये में प्रश्नपत्र बेचे थे।

मुख्यमंत्री का बयान

जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, "हम जल्द ही इस मामले के बड़े मगरमच्छों तक पहुंचेंगे।" उन्होंने जोर देकर कहा कि पेपर लीक जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।

पेपर लीक का संगठित नेटवर्क

SOG की जांच में खुलासा हुआ है कि SI भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक में एक संगठित गिरोह सक्रिय था। अब तक 63 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 37 चयनित अभ्यर्थी शामिल हैं। जांच में यह भी सामने आया कि जयपुर के रविंद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पेपर लीक हुआ था, जहां एक गिरोह का सदस्य प्रश्नपत्रों की तस्वीरें खींचकर सरगना को भेजता था।

प्रदर्शन और अभ्यर्थियों की मांग

पेपर लीक मामले के बाद राजस्थान में चयनित ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स और उनके परिजन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन पूरी भर्ती को रद्द करना उन ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है, जिन्होंने मेहनत से परीक्षा पास की।

आगे की जांच

SOG की टीम इस मामले की गहन जांच में जुटी है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है। जांच में और बड़े खुलासे होने की संभावना है। यह मामला राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहा है, जिसके चलते सरकार और जांच एजेंसियां दबाव में हैं।

Mahaveer Sankhlecha I am a reporter dedicated to delivering accurate news and meaningful stories to the public.