इतिहास का सबसे सख्त रिजल्ट? 45 हजार ने दी परीक्षा, 219 पद रह गए खाली
RPSC स्कूल लेक्चरर परीक्षा में 45,674 अभ्यर्थियों में से राजनीतिक विज्ञान में केवल 6 पास हुए। 219 पद खाली, 386 अयोग्य, न्यूनतम 40% अंक नियम लागू।
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से 6 जुलाई 2025 को आयोजित स्कूल लेक्चरर भर्ती परीक्षा के नतीजे चौंकाने वाले रहे। राजनीतिक विज्ञान विषय में 225 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन 45,674 उम्मीदवारों में से केवल 6 ही पास हो पाए।
नए नियम का असर : न्यूनतम 40% अंक जरूरी
आरपीएससी ने इस बार भर्ती परीक्षाओं में न्यूनतम 40% क्वालिफाइंग मार्क्स का नियम लागू किया है। पहले ऐसा कोई प्रावधान नहीं था, लेकिन अब इस नियम ने पूरे रिजल्ट की तस्वीर बदल दी। कट ऑफ में सभी कैटेगरी के सामने ‘कैंडिडेट नॉट एवेलेबल’ लिखा गया।
386 उम्मीदवार अयोग्य घोषित
परीक्षा में 386 अभ्यर्थियों को भी बाहर कर दिया गया। वजह यह रही कि उन्होंने 10% से ज्यादा प्रश्नों में कोई विकल्प ही नहीं चुना। आयोग ने इन अभ्यर्थियों के रोल नंबर अलग से जारी कर दिए हैं।
इतिहास में पहली बार, सिर्फ 2% उम्मीदवार ही पास
राजनीतिक विज्ञान के रिजल्ट ने प्रतियोगी परीक्षाओं के इतिहास में रिकॉर्ड बना दिया है। 225 पदों पर केवल 6 योग्य अभ्यर्थी मिल सके, यानी सफलता दर 2% से भी कम रही।
अभ्यर्थियों में नाराजगी, सोशल मीडिया पर चर्चा तेज
नतीजों के बाद बेरोजगार अभ्यर्थियों और संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि पेपर कठिन होने और न्यूनतम अंक की शर्त के कारण सीटें खाली रह गईं। अब सभी की नजर आयोग पर है कि वह इन रिक्त पदों को भरने के लिए आगे क्या कदम उठाता है।