नेपाल में हिंसा: राजस्थान के सैकड़ों यात्री फंसे, बस पर पथराव, एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनरेशन जेड (Gen Z) के प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। इन विरोध प्रदर्शनों के कारण काठमांडू सहित कई शहरों में कर्फ्यू लग गया है, सरकारी इमारतें जल रही हैं, और त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद होने से हजारों पर्यटक फंस गए हैं। इनमें राजस्थान के जयपुर और आसपास के इलाकों से गए 500 से अधिक तीर्थयात्री शामिल हैं, जो तीन धामों की यात्रा पर गए थे। एक बस पर हमले की घटना ने यात्रियों में दहशत फैला दी है।

नेपाल में हिंसा: राजस्थान के सैकड़ों यात्री फंसे, बस पर पथराव, एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनरेशन जेड (Gen Z) के प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। इन विरोध प्रदर्शनों के कारण काठमांडू सहित कई शहरों में कर्फ्यू लग गया है, सरकारी इमारतें जल रही हैं, और त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद होने से हजारों पर्यटक फंस गए हैं। इनमें राजस्थान के जयपुर और आसपास के इलाकों से गए 200 से अधिक तीर्थयात्री शामिल हैं, जो तीन धामों की यात्रा पर गए थे। एक बस पर हमले की घटना ने यात्रियों में दहशत फैला दी है।
यात्रियों की स्थिति: भोजन-दवा की कमी, नेटवर्क समस्या
- फंसे हुए यात्री: जयपुर के तितरिया, वाटिका, गोनेर, टोंक फाटक, टीकपुरा और सांगानेर जैसे इलाकों से करीब 500 यात्री 10 से अधिक बसों में सवार होकर 28 अगस्त को यात्रा पर निकले थे। वे 6-7 सितंबर को नेपाल पहुंचे और पशुपतिनाथ मंदिर जैसे स्थलों पर दर्शन कर रहे थे। लेकिन 8 सितंबर से हिंसा भड़कने पर वे काठमांडू एयरपोर्ट, होटलों और धर्मशालाओं में कैद हो गए। लगभग 200 यात्री एयरपोर्ट परिसर में ही फंसे हैं, जहां से बाहर निकलना प्रतिबंधित है।
- हमले की घटना: 8 सितंबर की रात एक यात्री-भरी बस पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसमें एक युवक घायल हो गया। हमलावरों ने बस रोकी, तलाशी ली और धमकी दी कि होटल लौट जाओ। इसके बाद सभी यात्री डर के मारे छिपे हुए हैं।
- चुनौतियां: यात्रियों के पास भोजन और दवाइयों की भारी कमी है। कीमतें तीन गुना बढ़ गई हैं। ग्रुप में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं, जिनकी तबीयत बिगड़ने का खतरा है। नेटवर्क खराब होने से व्हाट्सएप या कॉल पर परिजनों से संपर्क मुश्किल है, जिससे भारत में चिंता बढ़ रही है। कई परिवार अनहोनी के डर से परेशान हैं।
नेपाल की स्थिति: मौतें, कर्फ्यू और एयरपोर्ट बंद
प्रदर्शन 8 सितंबर से तेज हुए, जब सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सएप और एक्स जैसे 26 प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाया। युवा भ्रष्टाचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ सड़कों पर उतरे। नतीजा: 19-30 मौतें, 500 से अधिक घायल। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, मंत्रियों के घर और पुलिस थानों में आग लगाई। प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन सेना ने कर्फ्यू लगाकर नियंत्रण संभाला। एयरपोर्ट 9 सितंबर से बंद है, लेकिन कुछ उड़ानें धीरे-धीरे शुरू हो रही हैं।
भारत सरकार और राजस्थान की मदद
- भारतीय दूतावास: फंसे भारतीयों को सुरक्षित रहने, दूतावास से संपर्क करने और यात्रा स्थगित करने की सलाह दी है। आपात नंबर: +977-9808602881, +977-9810326134। एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस को अतिरिक्त उड़ानें शुरू करने के निर्देश दिए गए।
- राजस्थान सरकार: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दूतावास से संपर्क कर यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने को कहा। राजस्थान पुलिस ने जयपुर में विशेष सेल बनाया है। 24x7 हेल्पलाइन: 0141-2740832, 0141-2741807। व्हाट्सएप: 9784942702। परिजन विवरण साझा कर सहायता ले सकते हैं।
- अन्य राज्य: मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश ने भी हेल्पलाइन जारी की हैं। उदाहरण: लखनऊ कंट्रोल रूम - 0522-2390257।