राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को राहत: नई टैरिफ दरों में कमी, फिक्स्ड चार्ज में बदलाव
राजस्थान विद्युत नियामक आयोग ने 2025-26 के लिए नई बिजली टैरिफ दरों को मंजूरी दी है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 150 यूनिट तक बिजली दरें और फिक्स्ड चार्ज कम किए गए हैं,

जयपुर, 3 अक्टूबर 2025: राजस्थान विद्युत नियामक आयोग (RERC) ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए नई बिजली टैरिफ दरों को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के तहत घरेलू, गैर-घरेलू, कृषि, और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में कमी और फिक्स्ड चार्ज में बदलाव किए गए हैं। कम खपत वाले उपभोक्ताओं को राहत मिली है, जबकि अधिक खपत करने वालों के लिए फिक्स्ड चार्ज में बढ़ोतरी की गई है। आइए, इन बदलावों को विस्तार से देखें:
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत और बदलाव
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में कमी और फिक्स्ड चार्ज में बदलाव खपत के आधार पर लागू किए गए हैं:0-50 यूनिट: कोई बदलाव नहीं। बिजली दर 4.75 रुपये प्रति यूनिट और फिक्स्ड चार्ज यथावत।
50-150 यूनिट: फिक्स्ड चार्ज 250 रुपये से घटाकर 150 रुपये प्रति माह। बिजली दर 6.50 रुपये से घटाकर 6 रुपये प्रति यूनिट।
150-300 यूनिट: बिजली दर 7.35 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति यूनिट (35 पैसे की कमी)। फिक्स्ड चार्ज 300 रुपये प्रति माह यथावत।
300-500 यूनिट: फिक्स्ड चार्ज 400 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये। बिजली दर 7.65 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति यूनिट (65 पैसे की कमी)।
500 यूनिट से अधिक: फिक्स्ड चार्ज 450 रुपये से बढ़ाकर 800 रुपये। बिजली दर 7.95 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति यूनिट (45 पैसे की कमी)।
गैर-घरेलू (नॉन-डोमेस्टिक) कनेक्शनों पर नई दरें
गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए फिक्स्ड चार्ज में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन बिजली दरों में राहत दी गई है:0-100 यूनिट (5 किलोवाट तक): फिक्स्ड चार्ज 330 रुपये से बढ़ाकर 350 रुपये। बिजली दर 7.55 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति यूनिट।
100-200 यूनिट: फिक्स्ड चार्ज 330 रुपये से बढ़ाकर 350 रुपये। बिजली दर 8.50 रुपये प्रति यूनिट यथावत।
200-500 यूनिट: फिक्स्ड चार्ज 420 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये। बिजली दर 8.85 रुपये से घटाकर 8.50 रुपये प्रति यूनिट।
500 यूनिट से अधिक: फिक्स्ड चार्ज 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये। बिजली दर 8.95 रुपये से घटाकर 8.50 रुपये प्रति यूनिट।
कृषि उपभोक्ताओं के लिए राहत
कृषि कनेक्शनों के लिए बिजली दरों में कमी की गई है, जबकि फिक्स्ड चार्ज में कोई बदलाव नहीं:
ब्लॉक सप्लाई वाले कृषि कनेक्शन: एनर्जी चार्ज 5.55 रुपये से घटाकर 5.25 रुपये प्रति यूनिट। फिक्स्ड चार्ज 30 रुपये प्रति एचपी यथावत।
बिना ब्लॉक वाले कृषि कनेक्शन: बिजली दर 7.10 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति यूनिट। फिक्स्ड चार्ज 60 रुपये प्रति एचपी यथावत।
औद्योगिक कनेक्शनों में बदलाव
औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए भी दरों और फिक्स्ड चार्ज में बदलाव किए गए हैं:
स्मॉल इंडस्ट्री (500 यूनिट तक): बिजली दर 6 रुपये प्रति यूनिट और फिक्स्ड चार्ज 90 रुपये प्रति एचपी यथावत।
स्मॉल इंडस्ट्री (500 यूनिट से अधिक): फिक्स्ड चार्ज 120 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये प्रति एचपी। बिजली दर 6.45 रुपये से घटाकर 6 रुपये प्रति यूनिट।
मीडियम इंडस्ट्री (एलटी-6): फिक्स्ड चार्ज 130 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये प्रति एचपी। बिजली दर 7 रुपये से घटाकर 6.50 रुपये प्रति यूनिट।
मीडियम इंडस्ट्री (एचटी-3): फिक्स्ड चार्ज 255 रुपये से बढ़ाकर 275 रुपये प्रति केवीए। बिजली दर 7 रुपये से घटाकर 6.50 रुपये प्रति यूनिट।
एचटी कनेक्शन (50 केवीए से अधिक): फिक्स्ड चार्ज 275 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति केवीए। बिजली दर 7.15 रुपये से घटाकर 6.50 रुपये प्रति यूनिट।
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
कम खपत वालों को राहत: 150 यूनिट तक खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को फिक्स्ड चार्ज और बिजली दरों में कमी से बिजली बिल में राहत मिलेगी।
उच्च खपत वालों पर बोझ: 300 यूनिट से अधिक खपत करने वालों के लिए फिक्स्ड चार्ज में बढ़ोतरी से बिल बढ़ सकता है, हालांकि दरों में कमी से कुछ राहत मिलेगी।
कृषि और उद्योग क्षेत्र को लाभ: कृषि और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए दरों में कमी से खर्च कम होगा, लेकिन उच्च खपत वाले औद्योगिक उपभोक्ताओं को फिक्स्ड चार्ज में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ेगा।