बिहार चुनाव 2025: ईवीएम में नए दिशानिर्देश, मतदान होगा आसान
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए निर्वाचन आयोग ने ईवीएम में नए बदलाव किए हैं। बैलट यूनिट में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें और स्पष्ट सीरियल नंबर होंगे, ताकि मतदाताओं को पहचान आसान हो। यह कदम मतदान को पारदर्शी और सुगम बनाएगा।

पटना, 17 सितंबर 2025: बिहार में नवंबर 2025 तक होने वाले विधानसभा चुनावों को और अधिक पारदर्शी, सुगम और मतदाता-अनुकूल बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य मतदाताओं को उनके पसंदीदा उम्मीदवारों को आसानी से पहचानने में मदद करना और मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के भ्रम को कम करना है। बिहार में लागू होने वाले ये दिशानिर्देश भविष्य में देश के अन्य हिस्सों में भी चुनावी सुधारों के लिए एक मॉडल बन सकते हैं।
ईवीएम में क्या बदलाव किए गए हैं?
निर्वाचन आयोग ने ईवीएम की बैलट यूनिट में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो मतदाताओं के लिए उपयोगी साबित होंगे:
उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें: अब बैलट यूनिट पर उम्मीदवारों के नाम और उनके दल के प्रतीकों के साथ-साथ उनकी रंगीन तस्वीरें भी प्रदर्शित की जाएंगी। यह कदम खास तौर पर उन क्षेत्रों में उपयोगी होगा जहां साक्षरता का स्तर कम है, क्योंकि तस्वीरें मतदाताओं को अपने पसंदीदा उम्मीदवार को आसानी से पहचानने में मदद करेंगी।
सीरियल नंबर की स्पष्टता: बैलट यूनिट पर उम्मीदवारों के सीरियल नंबर को पहले से अधिक बड़े और स्पष्ट रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। इससे मतदान केंद्रों पर भ्रम की स्थिति कम होगी और मतदाता आसानी से अपने चयन को समझ सकेंगे।
उपयोगकर्ता-अनुकूल डिज़ाइन: नए डिज़ाइन में मतदाताओं के लिए ईवीएम का उपयोग और अधिक सरल और सहज बनाया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि तकनीकी जटिलताओं के कारण कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने से वंचित न रहे।
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इन बदलावों का उद्देश्य
निर्वाचन आयोग का कहना है कि ये बदलाव मतदान प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए किए गए हैं। बिहार जैसे राज्य में, जहां ग्रामीण और शहरी मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक है, और साक्षरता के स्तर में भिन्नता देखी जाती है, यह कदम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। आयोग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर मतदाता बिना किसी परेशानी के अपने वोट को सही तरीके से दर्ज कर सके। इसके अलावा, ये बदलाव ईवीएम की विश्वसनीयता और निष्पक्षता के बारे में जनता के बीच विश्वास को और मजबूत करने में भी मदद करेंगे।
बिहार चुनाव 2025 के लिए महत्व
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव में नए दिशानिर्देशों को सभी मतदान केंद्रों पर लागू किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन बदलावों को लागू करने के लिए मतदान अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे मतदाताओं को नए ईवीएम डिज़ाइन के बारे में जागरूक कर सकें। इसके साथ ही, मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को नए ईवीएम के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
भविष्य के लिए मिसाल
बिहार में इन नए दिशानिर्देशों का सफल कार्यान्वयन देश के अन्य राज्यों में भी ईवीएम सुधारों के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकता है। निर्वाचन आयोग पहले भी समय-समय पर ईवीएम में तकनीकी और डिज़ाइन सुधार करता रहा है, और यह कदम उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल है। विशेषज्ञों का मानना है कि उम्मीदवारों की तस्वीरें जोड़ने जैसे बदलाव न केवल मतदान प्रक्रिया को आसान बनाएंगे, बल्कि मतदाताओं के बीच भरोसे को भी बढ़ाएंगे।
आगे की राह
निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सभी तैयारियों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। नए ईवीएम की टेस्टिंग और मतदान केंद्रों पर उनकी स्थापना का काम जल्द शुरू होगा। इसके साथ ही, आयोग मतदाताओं से अपील कर रहा है कि वे मतदान के दिन अपने मताधिकार का उपयोग जरूर करें और किसी भी तरह की तकनीकी या प्रक्रियात्मक जानकारी के लिए मतदान अधिकारियों से संपर्क करें।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 न केवल राज्य की राजनीति के लिए, बल्कि देश की चुनावी प्रक्रिया में तकनीकी नवाचार के लिए भी एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हो सकता है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आएगी, निर्वाचन आयोग और अधिक जानकारी साझा करेगा ताकि मतदाता पूरी तरह तैयार रहें।