राजस्थान के मुख्यमंत्री ने सहकारिता के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण पर दिया जोर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में सहकारी बैंक अधिवेशन में सहकारिता को आत्मनिर्भरता का आधार बताया। प्रत्येक पंचायत को सहकारी समितियों से जोड़ा जाएगा। पीएम मोदी के नेतृत्व में सहकारिता क्षेत्र में 100+ पहलें हुईं। राज्य ने 42,394 करोड़ के ब्याज मुक्त फसली ऋण दिए।

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने सहकारिता को आर्थिक विकास का आधार बताया
जयपुर, 10 सितंबर 2025: जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के राष्ट्रीय अधिवेशन में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सहकारिता को राज्य और देश को आत्मनिर्भर बनाने का मजबूत आधार बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक पंचायत को सहकारी समितियों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि किसानों को बीज, खाद और अन्य संसाधन आसानी से उपलब्ध हों।
शर्मा ने अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों की छोटे उद्यमियों, कारीगरों और मध्यमवर्गीय परिवारों को सुलभ ऋण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। प्रदेश में इन बैंकों की 236 शाखाएं कार्यरत हैं और 4.5 लाख से अधिक सदस्य हैं, जो आर्थिक समावेशन को बढ़ावा दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता क्षेत्र स्वर्णिम युग से गुजर रहा है। शर्मा ने बताया कि 2021 में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना और केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में 100 से अधिक पहलों ने सहकारी संस्थाओं को सशक्त किया है। हाल ही में भारत की पहली व्यापक राष्ट्रीय सहकारी नीति भी शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार पर सहकारिता क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया, जिसके कारण सहकारी बैंकों में एनपीए की स्थिति खराब थी। उनकी सरकार ने पारदर्शिता, शिकायत निवारण और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की है, जिससे सेवाओं में सुधार हुआ है।
शर्मा ने विश्व की सबसे बड़ी विके centralized अन्न भंडारण योजना का उल्लेख किया, जिसमें ग्रामीण सहकारी समितियों में गोदाम और प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना से पशुपालकों को लाभ मिल रहा है। साथ ही, सहकारी बैंकों के माध्यम से 42,394 करोड़ रुपये के ब्याज मुक्त अल्पकालिक फसली ऋण और 404 करोड़ रुपये के अन्य फसली ऋण वितरित किए गए हैं।
उन्होंने 9 सितंबर 2025 को पारित राजस्थान विधिविरुद्ध धर्म-संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक का भी जिक्र किया, जो जबरन धर्मांतरण और लव जिहाद पर रोक लगाएगा। शर्मा ने कहा कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
समारोह में सहकार भारती द्वारा प्रकाशित मार्गदर्शिका का विमोचन और सदस्यता अभियान ऐप का शुभारंभ किया गया। सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार ने कहा कि राजस्थान सहकारिता क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन रहा है। आरबीआई निदेशक सतीश मराठे ने सहकारी बैंकों की वित्तीय समावेशन में बढ़ती भूमिका पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदय जोशी, उपाध्यक्ष दीपक चौरसिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।