नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं सुशीला कार्की, संकट के बीच बनीं नई नेतृत्वकर्ता
नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की बनीं। संविधान के तहत अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभाला। छह महीने में चुनाव होंगे, स्थिरता और संवैधानिक शासन की उम्मीद जगी।

काठमांडू। नेपाल ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सुशीला कार्की को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया है। सुशीला कार्की को हाल ही में हुए दंगों और राजनीतिक अस्थिरता के बाद अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। इससे पहले नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने देश में बढ़ते संकट और विरोध के चलते इस्तीफा दे दिया था।
सुशीला कार्की का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन 'शीतल निवास' में संपन्न हुआ। यह नियुक्ति संविधान की धारा 61 के तहत की गई है, जिसका अर्थ है कि राष्ट्रपति ने अपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें अंतरिम सरकार का नेतृत्व सौंपा है।
जानकारी के अनुसार, सुशीला कार्की पहले नेपाल की मुख्य न्यायाधीश भी रह चुकी हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में मास्टर्स की पढ़ाई की है। 2016 में वह नेपाल की पहली चीफ जस्टिस बनीं। उनका न्यायिक और प्रशासनिक अनुभव उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए योग्य बनाता है।
नेपाल फिलहाल जन क्रांति के कारण हिंसा और दंगों की चपेट में है, जिसकी वजह से देश में सरकार नहीं बन पा रही थी। ऐसे समय में राष्ट्रपति ने उन्हें सरकार चलाने का कार्य सौंपा है।
अंतरिम व्यवस्था के तहत यह तय किया गया है कि अगले छह महीने के अंदर राष्ट्रीय चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद जनता अपने मत से देश के नए स्थायी नेतृत्व का चयन करेगी।