कांस्टेबल पति की मौत के सदमें में पत्नी ने जहर खाकर किया सुसाइड, दोनों बच्चे हुए अनाथ
एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने हर किसी के दिल को दहला दिया. कांस्टेबल पति की मौत का सदमा पत्नी को ऐसा लगा कि उसने जहर खाकर सुसाइड कर लिया. इस घटना ने हर किसी को झकझोर दिया है. पहले पति और अब पत्नी की मौत के बाद दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं.

धौलपुर जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने हर किसी के दिल को दहला दिया। कांस्टेबल (Constable) पति की मौत (Death) का सदमा (Shock) पत्नी को ऐसा लगा कि उसने जहर (Poison) खाकर सुसाइड (Suicide) कर लिया। इस घटना ने हर किसी को झकझोर दिया है। पहले पति और अब पत्नी की मौत (Death) के बाद दोनों बच्चे अनाथ (Orphan) हो गए हैं।
दरअसल (Actually), कांस्टेबल (Constable) संदीप शर्मा की मौत (Death) 3 सितम्बर को एक सड़क हादसे (Road Accident) में हो गई थी। पत्नी अपने पति की मौत (Death) का सदमा (Shock) बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने 4 सितम्बर को टॉयलेट क्लीनर पीकर जान देने की कोशिश की। घायल (Injured) अवस्था में उसे अस्पताल (Hospital) में भर्ती कराया गया था। जहाँ इलाज (Treatment) के दौरान उसकी मौत (Death) हो गई।
कैसे हुई थी कांस्टेबल (Constable) की मौत (Death)
3 सितम्बर को धौलपुर पुलिस (Police) कुख्यात (Notorious) अपराधी (Criminal) धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को परबतसर जेल (Jail) से पेशी (Court Appearance) के लिए ले जा रही थी। कांस्टेबल (Constable) संदीप शर्मा गाड़ी (Vehicle) चला रहे थे। जयपुर दौसा हाईवे (Highway) पर दौसा के पास गाड़ी (Vehicle) और ट्रक (Truck) की भीषण टक्कर (Collision) हो गई। इस हादसे (Accident) में संदीप की मौके पर ही मौत (Death) हो गई, वहीं एक एएसआई (Assistant Sub-Inspector) समेत चार पुलिस (Police) कर्मी (Personnel) और अपराधी (Criminal) घायल (Injured) हो गए। इस हृदयविदारक (Heartbreaking) घटना की वजह से पूरे पुलिस (Police) डिपार्टमेंट (Department) में शोक (Mourning) की लहर है। अब संदीप के पत्नी की मौत (Death) ने सबको हिला कर रख दिया है।
पति की मौत (Death) से सदमे (Shock) में थी पत्नी राधा शर्मा
पति की सड़क हादसे (Road Accident) में मौत (Death) की खबर से स्तब्ध (Stunned) पत्नी सदमे (Shock) में चली गई और अगले ही दिन पत्नी (Wife) राधा शर्मा ने टॉयलेट क्लीनर पी लिया और निजी अस्पताल (Hospital) में भर्ती करवाना पड़ा। हालत में सुधार नहीं होने के कारण उन्हें जयपुर रेफर (Referred) किया गया। जयपुर में इलाज (Treatment) चला। लेकिन, डॉक्टर (Doctors) उसे बचा नहीं सके। ऐसी हृदयविदारक (Heartbreaking) घटना जिसने पहले संदीप शर्मा उसके बाद उनकी पत्नी (Wife) के निधन (Demise) से पूरे परिवार (Family) में शोक (Mourning) की लहर दौड़ गई है। ऐसा सड़क हादसा (Road Accident) जिसने दो बच्चे के सिर से पिता (Father) का साया छीन लिया और उसके बाद माँ (Mother) का चले जाना बच्चों के लिए जीवन भर का सदमा (Trauma) बन गया है।
छोटी उम्र (Young Age) में दोनों मासूम (Innocent) अनाथ (Orphan)
संदीप और राधा के एक बेटा (Son) और एक बेटी (Daughter) है। बेटा (Son) विवेक 8 साल का है और बिटिया (Daughter) दीपिका 13 साल की है। दोनों मासूम (Innocent) माता पिता (Parents) के जाने से अनाथ (Orphan) हो गए। अब परिजन (Relatives) और समाज (Society) के लोग संदीप को शहीद (Martyr) का दर्जा (Status) देने की मांग (Demand) कर रहे हैं।