पूर्व विधायक को संरक्षण देने का आरोप: देवासी ने दोहराई धमकी की आशंका, बोले- परिवार पर रेकी हो रही, कभी भी हो सकती है बड़ी घटना;

रानीवाड़ा से कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने एक सभा में सांचौर के पूर्व विधायक पर अराजक तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि उनके परिवार और बच्चों की रेकी हो रही है

Sep 29, 2025 - 11:52
पूर्व विधायक को संरक्षण देने का आरोप: देवासी ने दोहराई धमकी की आशंका, बोले- परिवार पर रेकी हो रही, कभी भी हो सकती है बड़ी घटना;

राजस्थान के जालोर जिले के रानीवाड़ा से कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने रविवार को एक सभा के दौरान फिर से वही गंभीर आरोप दोहराए, जो उन्होंने 21 सितंबर को सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लगाए थे। देवासी ने कहा कि हाल ही में सोशल मीडिया पर उनके बच्चों की रेकी (खुफिया निगरानी) और पूरे परिवार को निशाना बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा हालात साफ संकेत दे रहे हैं कि उनके परिवार की रेकी हो रही है और कभी भी कोई गंभीर घटना घट सकती है। इस बीच, देवासी ने घोषणा की कि उनके समर्थक सोमवार को स्थानीय एसएसपी को लिखित शिकायत सौंपेंगे और सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।सभा को संबोधित करते हुए देवासी ने बिना किसी का नाम लिए सांचौर के पूर्व विधायक पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा, "ये पूर्व विधायक अराजक तत्वों को खुला संरक्षण दे रहे हैं। जातिगत और पारिवारिक स्तर पर हो रही अभद्र टिप्पणियों को रोकने का कोई प्रयास नहीं हो रहा।" देवासी ने आगे आरोप लगाया कि कुछ लोग उनके कार्यालय में आकर फोटो खिंचवाते हैं, लेकिन बाहर निकलते ही उन्हें ही जूते मारने जैसी धमकियां देते हैं। उन्होंने सुंधा माता ट्रस्ट प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कि बिना ट्रस्टियों से बातचीत किए वहां जाकर मुलाकात और फोटो सेशन करना भी संदेह पैदा करता है। यह बयान स्थानीय स्तर पर पूर्व विधायक सुखराम विश्नोई पर इशारा माना जा रहा है, जिन्हें देवासी ने पहले भी ट्वीट में निशाने पर लिया था।

पूर्व सरपंच ने खोला राज: 'सुखराम ने चुनाव में देवासी को वोट न देने को कहा था'

सभा के दौरान विधायक देवासी ने पूर्व विधायक का नाम तो नहीं लिया, लेकिन पुर के पूर्व सरपंच और कांग्रेस नेता भीखाराम विश्नोई ने खुलकर सुखराम विश्नोई का नाम ले लिया। भीखाराम ने कहा, "चुनाव के दौरान सुखराम विश्नोई ने खुलेआम कहा था कि रतन देवासी को वोट मत देना। हम कांग्रेसी हैं, तो देवासी को वोट देकर किसे देंगे? छोटे कार्यकर्ताओं को इसमें घसीटना उचित नहीं।" भीखाराम के इस बयान ने सभा में मौजूद सैकड़ों समर्थकों में खलबली मचा दी।'भास्कर' ने इस आरोप को लेकर पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई से संपर्क किया। सुखराम ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, "मैंने ऐसा कोई बयान सुना ही नहीं, तो इसका जवाब कैसे दूं?" सुखराम ने देवासी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये राजनीतिक साजिश का हिस्सा लगते हैं।

सभा में अधिकारियों पर भी निशाना: 'सरकार के दबाव में काम कर रहे'

सभा में प्रधान प्रतिनिधि राणसिंह भोमिया ने स्थानीय अधिकारियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं और स्थानीय मुद्दों पर निष्पक्षता नहीं बरत रहे। इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष और सरणाऊ पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि परसराम ढाका का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहा, हालांकि देवासी ने उनका सीधा नाम नहीं लिया। सोशल मीडिया पर भी आरोप-प्रत्यारोप की बौछार जारी रही। एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें लक्ष्मण हत्याकांड के एक आरोपी ने ढाका की बातों को सही ठहराते हुए समर्थन जताया। 

21 सितंबर का ट्वीट जो बन गया विवाद का केंद्र

यह विवाद 21 सितंबर को देवासी के एक ट्वीट से भड़का था, जिसमें उन्होंने पूर्व मंत्री और उनके बेटे पर परिवार को धमकाने का आरोप लगाया था। ट्वीट में देवासी ने लिखा था, "क्या यह आपके परिवार की सुरक्षा करने का सही समय है?" राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर देवासी सबूत पेश करते हैं, तो यह जिले की राजनीति के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर बड़ा मुद्दा बन सकता है। फिलहाल, पुलिस और प्रशासन की निगाहें एसपी को मिलने वाली शिकायत पर टिकी हैं।रानीवाड़ा क्षेत्र में कांग्रेस की आंतरिक कलह लंबे समय से चली आ रही है। देवासी, जो 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नारायण सिंह देवल को हराकर विधायक बने, अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से खुले टकराव की स्थिति में हैं। सभा में जुटी भीड़ ने देवासी के समर्थन में नारे लगाए, लेकिन स्थानीय स्तर पर यह विवाद और गहरा सकता है।