संघ शताब्दी वर्ष: बाड़मेर की बस्तियों में गूंजेगा एकता का नाद, पथ संचलन से होगा भव्य आगाज

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर बाड़मेर में प्रत्येक बस्ती में पथ संचलन आयोजित करेगा। यह कार्यक्रम विजयादशमी (2 अक्टूबर 2025) से शुरू होगा और 12 अक्टूबर तक विभिन्न बस्तियों में चलेगा।

Sep 29, 2025 - 20:03
संघ शताब्दी वर्ष: बाड़मेर की बस्तियों में गूंजेगा एकता का नाद, पथ संचलन से होगा भव्य आगाज

बाड़मेर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इस विजयादशमी पर अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है। 1925 में महाराष्ट्र के नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा स्थापित यह संगठन आज भारत के कोने-कोने, गांवों और शहरों की बस्तियों तक अपनी संगठनात्मक शक्ति के साथ पहुंच चुका है। शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में संघ ने देशभर में विविध कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसकी शुरुआत बाड़मेर में प्रत्येक बस्ती में पथ संचलन के साथ होगी। बाड़मेर नगर कार्यवाह देवेंद्र सैन ने बताया कि इस ऐतिहासिक अवसर पर बाड़मेर की सभी बस्तियों में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में, घोष की मधुर धुन और कदमों की एकरूपता के साथ हिंदू समाज में संगठन और एकता का संदेश लेकर निकलेंगे।

पथ संचलन की तैयारियां जोरों पर

पिछले एक महीने से स्वयंसेवक शताब्दी वर्ष के इस भव्य आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। पथ संचलन में बस्ती के प्रत्येक घर की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए स्वयंसेवक घर-घर जाकर निमंत्रण दे रहे हैं। यह संचलन न केवल संगठन की शक्ति का प्रदर्शन होगा, बल्कि समाज में एकता और समरसता का संदेश भी देगा। स्वयंसेवकों में घोष की धुन सीखने का विशेष उत्साह देखा जा रहा है। प्रतिदिन अभ्यास सत्रों में स्वयंसेवक कदमों की ताल और घोष की लय को साध रहे हैं, ताकि संचलन में एकरूपता और अनुशासन का शानदार प्रदर्शन हो। 

कब और कहां होंगे पथ संचलन?

शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में बाड़मेर नगर की विभिन्न बस्तियों में पथ संचलन का आयोजन निम्नलिखित तिथियों पर होगा:2 अक्टूबर (विजयादशमी): लीलरिया धोरा, गौशाला, ढाणी और बलदेव नगर बस्तियों में पथ संचलन। 

5 अक्टूबर: कल्याणपुरा, आजाद, सरदारपुरा, इंदिरा नगर, महावीर नगर, इंदिरा कॉलोनी, रामनगर और गांधीनगर बस्तियों में संचलन।

7 अक्टूबर: दानजी की होदी बस्ती में पथ संचलन।

10 अक्टूबर: शास्त्री नगर, शिव नगर और गादान बस्ती में संचलन।

12 अक्टूबर: राय नगर और नेहरू नगर बस्ती में पथ संचलन।

घोष की धुन पर एकता का संदेश

पथ संचलन का मुख्य आकर्षण होगा स्वयंसेवकों का घोष वादन और कदमों की एकरूपता। घोष की मधुर धुन पर स्वयंसेवक अनुशासित ढंग से कदमताल करते हुए समाज में संगठन, एकता और अनुशासन का संदेश देंगे। बाड़मेर नगर कार्यवाह देवेंद्र सैन ने बताया कि प्रत्येक बस्ती में होने वाले इन संचलनों का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को जोड़ना और हिंदू समाज में एकता का भाव जागृत करना है। 

शताब्दी वर्ष का महत्व

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह शताब्दी वर्ष संगठन के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव है। पिछले 100 वर्षों में संघ ने सामाजिक समरसता, सेवा कार्य, शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाड़मेर में भी संघ के स्वयंसेवक विभिन्न सामाजिक और सेवा कार्यों में सक्रिय रहे हैं। शताब्दी वर्ष के इस अवसर पर पथ संचलन के माध्यम से स्वयंसेवक समाज को यह संदेश देंगे कि संगठन की शक्ति ही राष्ट्र की प्रगति का आधार है।

स्वयंसेवकों में उत्साह

स्वयंसेवकों में शताब्दी वर्ष को लेकर जबरदस्त उत्साह है। युवा स्वयंसेवक न केवल संचलन की तैयारियों में जुटे हैं, बल्कि समाज के बीच जाकर लोगों को इस आयोजन में शामिल होने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। प्रत्येक बस्ती में होने वाले संचलन में स्थानीय निवासियों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए स्वयंसेवक दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।