AI से अश्लीलता: युवती को ब्लैकमेल करने वाला गिरफ्तार

बारमेर की कोतवाली पुलिस ने शनिवार को एक युवक को गिरफ्तार किया, जो एआई ऐप से युवती के फोटो को अश्लील बनाकर व्हाट्सएप पर भेजकर ब्लैकमेल कर रहा था।

Sep 28, 2025 - 11:42
AI से अश्लीलता: युवती को ब्लैकमेल करने वाला गिरफ्तार

बारमेर: सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के दुरुपयोग के बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान के बारमेर जिले में एक सनसनीखेज घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर की कोतवाली पुलिस ने शनिवार को एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो एआई ऐप की मदद से एक युवती के फोटो को अश्लील रूप देकर व्हाट्सएप पर भेजता था और डरा-धमकाकर रुपए की मांग करता था। आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने उसके पास से इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है। यह कार्रवाई न केवल पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने वाली है, बल्कि साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस की सतर्कता का भी उदाहरण है।

घटना का खुलासा: 15 अगस्त से चली आ रही धमकियों की जंजीर

यह मामला 15 अगस्त 2025 को सामने आया, जब शहर के एक सम्मानित परिवार के मुखिया ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने बताया कि उसके व्हाट्सएप नंबर पर अज्ञात नंबर +91 243897037904 से लगातार अश्लील फोटो और वीडियो भेजे जा रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि ये सभी सामग्री उसके पुत्री (युवती) के चेहरे वाली थीं, जो स्पष्ट रूप से एडिट की गई लग रही थीं। आरोपी ने युवती के सोशल मीडिया या अन्य सार्वजनिक स्रोतों से उपलब्ध फोटो प्राप्त कर उन्हें एआई टूल्स से एडिट किया और 10-15 अश्लील वीडियो व फोटो तैयार कर पीड़ित को भेजे। इन मैसेजेस के साथ आरोपी ने साफ धमकी दी थी: "अगर तुरंत रुपए नहीं भेजे, तो ये वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दूंगा, जिससे तुम्हारी बेटी और परिवार की इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी।" पीड़ित ने शुरुआत में इसे अनदेखा करने की कोशिश की, लेकिन आरोपी की लगातार कॉल्स और मैसेजेस ने परिवार को मानसिक रूप से तोड़ दिया। युवती खुद डर के मारे घर से बाहर निकलने लगी थी, और परिवार में तनाव इतना बढ़ गया कि उन्होंने आखिरकार पुलिस का दरवाजा खटखटाया। पीड़ित ने रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया कि आरोपी ने पहले छोटी रकम मांगी, लेकिन बाद में मांग बढ़ाकर हजारों रुपए तक पहुंचा दी।

पुलिस की त्वरित और तकनीकी कार्रवाई: नंबर ट्रेसिंग से आरोपी तक पहुंच

कोतवाली थाने की टीम ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत साइबर सेल के साथ मिलकर जांच शुरू की। एसएचओ (थानाध्यक्ष) के नेतृत्व में बनी स्पेशल टीम ने आरोपी के व्हाट्सएप नंबर +91 243897037904 की डिटेल्स निकालने के लिए तकनीकी सहायता ली। इसमें व्हाट्सएप की मेटाडेटा, आईपी एड्रेस ट्रैकिंग और कॉल रिकॉर्ड्स का विश्लेषण शामिल था। जांच में पता चला कि नंबर एक लोकल सिम से रजिस्टर्ड था, जो बारमेर जिले के बईया क्षेत्र से जुड़ा हुआ था। कड़ी निगरानी और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने आरोपी की लोकेशन फिक्स की। शनिवार दोपहर को इंद्रानगर इलाके में दबिश देकर आरोपी देरावरसिंह पुत्र [पिता का नाम उपलब्ध नहीं, स्थानीय निवासी] को धर दबोचा। आरोपी मूल रूप से बईया, झिनझिनयाली का रहने वाला है, लेकिन हाल ही में इंद्रानगर में शिफ्ट हो गया था। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह एआई ऐप्स जैसे डीपफेक टूल्स का इस्तेमाल करता था, जो फ्री में उपलब्ध हैं। वह युवती के फोटो को स्कैन कर उनमें अश्लील कंटेंट जोड़ देता था और फिर ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल करता। उसके मोबाइल फोन से मिले डेटा में पीड़ित के अलावा अन्य संभावित टारगेट्स के फोटो भी मिले, जिससे पुलिस अब और मामलों की जांच कर रही है।

कानूनी कार्रवाई और आरोपी का बैकग्राउंड

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354A (यौन उत्पीड़न), 384 (धमकी), 506 (आपराधिक धमकी) के साथ-साथ आईटी एक्ट की धारा 66E (प्राइवेसी उल्लंघन) और 67A (इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से अश्लील सामग्री प्रसारित करना) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, और उसके फोन का फॉरेंसिक विश्लेषण चल रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि देरावरसिंह बेरोजगार युवक है, जो साइबर क्राइम के लिए ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स सीखता था। वह पिछले कुछ महीनों से इसी तरह के छोटे-मोटे ब्लैकमेलिंग केस चला रहा था, लेकिन इस बार शिकार एक स्थानीय परिवार होने से मामला पकड़ा गया।