बाड़मेर जिले में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रहे आरएएस अधिकारी मोहन दान रत्नू अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के ओएसडी के रूप में कार्यरत नजर आएंगे। इससे पहले आरएएस अधिकारी मोहनदान रत्नू जयपुर में वाणिज्यिक कर उपायुक्त के रूप में अपनी दक्षता का प्रदर्शन कर चुके है।
बाड़मेर को देश में दिलाया था दूसरा स्थान
बाड़मेर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कार्यकाल के दौरान उन्होंने मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार दिलाने में उत्कृष्ट कार्य किया था। यही वजह थी कि उस दौरान मनरेगा कार्यों में बाड़मेर जिले को देश में दूसरा स्थान मिला था। अब उन्हें उनकी वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर पदोन्नति दी गई है. मुख्यमंत्री के ओएसडी बनाए जाने पर अब बाड़मेर के लोग भी उन्हें कॉल करके और सोशल मीडिया पर बधाईयाँ दे रहे हैं.
RAS परीक्षा 2010 में हासिल की थी 7वीं रैंक
आरएएस मोहनदान रत्नू मूल रूप से जैसलमेर जिले के कोड़ा गांव के निवासी है। उन्होंने RAS परीक्षा 2010 में 7 वीं रैंक हासिल की थी। बेदाग छवि और कर्तव्यनिष्ठ इस अधिकारी के बाड़मेर कार्यकाल के दौरान हर कोई उनसे प्रभावित था। जब उनका तबादला हुआ तो हर वर्ग और संगठन के लोगों शहर भर को होर्डिंग से सजा दिया था और उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित कर उन्हें बाड़मेर से ऐतिहासिक विदाई दी थी। आज भी बाड़मेर के लोग उन्हें मिलनसार व्यक्तित्व और कार्यों को याद कर रहे हैं। एक अधिकारी के लिए शायद यही सच्ची कमाई है।