Digital Challenges पर न्याय का पहला कदम – आयुर्वेदिक Doctors को मिली Temporary Relief!
Rajasthan High Court ने आयुर्वेदिक doctors को RAJSSO-AMS app के जरिए attendance मार्क न करने पर disciplinary action से temporary relief दी है। यह फैसला technical glitches और rural areas में connectivity issues को लेकर दायर याचिका के बाद आया है। Court ने state government को इन समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया है, जिससे doctors को अगली सुनवाई तक राहत मिली है।

जयपुर: Rajasthan High Court ने एक महत्वपूर्ण फैसले में आयुर्वेदिक doctors को RAJSSO-AMS (Rajasthan Ayush Social Sector Organization - Attendance Management System) app के जरिए उपस्थिति दर्ज न करने पर होने वाली कार्रवाई से interim relief दी है। यह निर्णय आयुर्वेदिक चिकित्सकों के एक समूह द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान लिया गया।
Doctors ने तर्क दिया कि app में persistent technical glitches और ग्रामीण इलाकों में internet connectivity की कमी के कारण वे नियमित रूप से attendance मार्क नहीं कर पा रहे। इससे उनकी daily duties प्रभावित हो रही थीं और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा था। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि यह app उनकी professional responsibilities के लिए उपयुक्त नहीं है, खासकर rural healthcare settings में।
Court ने इन तर्कों को स्वीकार करते हुए state government को नोटिस जारी किया और निर्देश दिया कि app से जुड़ी technical issues को जल्द से जल्द resolve किया जाए। जस्टिस ने स्पष्ट किया कि यह interim relief अगली सुनवाई तक प्रभावी रहेगी। Ayush department के अधिकारियों ने बताया कि app का उद्देश्य attendance को transparent और efficient बनाना था, लेकिन अब technical upgrades पर काम चल रहा है।
यह फैसला आयुर्वेदिक doctors के लिए न केवल एक राहत की सांस लाया है, बल्कि rural healthcare में digital tools के उपयोग को लेकर नई बहस को भी जन्म दे सकता है। Experts का मानना है कि ऐसी प्रणालियों को लागू करने से पहले local challenges को ध्यान में रखना जरूरी है। अगली सुनवाई में court सरकार से detailed response की उम्मीद करेगा।