राजस्थान की स्टार्टअप नीति से नवाचार और उद्यमिता के अवसर बढ़े: मुख्यमंत्री
राजस्थान की स्टार्टअप नीति युवाओं के लिए नवाचार, उद्यमिता और रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। LEAP, Tech Bee, निवेश प्रोत्साहन, i-start फंड प्रमुख पहल हैं।

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार की प्रमुख स्टार्टअप नीति ने युवाओं के लिए नवाचार और उद्यमिता के नए अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने यह बात 19वीं दीक्षांत समारोह में मालवीय नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT) में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनिमेशन और एक्सटेंडेड रियलिटी सेक्टर में तेजी से विकास की संभावना है।
66 आई-स्टार्ट लॉन्चपैड नेस्ट्स की स्थापना
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में कुल 66 i-start लॉन्चपैड नेस्ट्स स्थापित किए गए हैं। 2024-25 में राज्य में कुल 2,028 स्टार्टअप्स पंजीकृत हुए हैं। सरकार ने i-start फंड के माध्यम से 300 स्टार्टअप्स को 11 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं, जो इन्क्यूबेशन सेंटर्स का समर्थन करते हैं।
युवा कौशल विकास और रोजगार के लिए LEAP और Tech Bee
शर्मा ने कहा कि सरकार "लर्न, अर्न एंड प्रोग्रेस (LEAP)" प्रोग्राम के तहत स्टार्टअप्स को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, Tech Bee प्रोग्राम शुरू किया गया है, जो XII पास युवाओं को कौशल विकास और तत्काल रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
निवेश प्रोत्साहन और सरकारी भर्तियां
राजस्थान इन्वेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम-2024 के तहत IT और IT-एनेबल्ड सर्विस प्रोजेक्ट्स को तीन विकल्पों में से चुने जाने वाले प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं: 7 साल तक 75% राज्य GST की वापसी, 20% पूंजीगत सब्सिडी, या 1.4% टर्नओवर-लिंक्ड इंसेंटिव।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने लगभग 91,000 कर्मचारियों को नियुक्त किया है, जबकि 1.54 लाख पदों की भर्ती प्रक्रिया विभिन्न चरणों में चल रही है।
Rising Rajasthan Global Investment Summit का प्रभाव
पिछले वर्ष आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान 35 लाख करोड़ रुपये के समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए थे। इनमें से 7 लाख करोड़ रुपये के MoUs पर कार्य पहले ही शुरू हो चुका है।
MNIT की उपलब्धियां
समारोह में मुख्यमंत्री ने इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, प्लानिंग, मैनेजमेंट और साइंस स्ट्रीम में शीर्ष स्थान प्राप्त 21 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। MNIT के निदेशक एन.पी. पाध्य ने बताया कि संस्थान ने इस वर्ष NIRF रैंकिंग में सुधार किया और NITs के बीच अनुसंधान संस्थानों की श्रेणी में तीसरा स्थान प्राप्त किया।