बाड़मेर अब गुंडागर्दी और अराजकता नहीं, शांति चाहता है: मेवराम जैन
बाड़मेर में कांग्रेस दो गुटों में बंट गई। मेवराम जैन लौटे, कहा–बाड़मेर अब गुंडागर्दी और अराजकता नहीं, जनता शांति चाहती है। समर्थकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

बाड़मेर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के पूर्व विधायक मेवराम जैन ने बाड़मेर लौटते ही कहा, “बाड़मेर की जनता क्षेत्र में फैली अराजकता और गुंडागर्दी से परेशान है। अब जनता शांति चाहती है।”
बयान चर्चा में
मेवराम जैन का यह बयान उस समय आया जब उनके पार्टी से निष्कासन और फिर पुनः शामिल होने के बाद बाड़मेर की राजनीति चर्चा में है। जैन को कांग्रेस पार्टी ने एक तथाकथित वीडियो प्रकरण के कारण निष्कासित किया था, लेकिन अब उन्हें वापस पार्टी में शामिल कर लिया गया है। उनके लौटने के बाद कांग्रेस के अंदर दो स्पष्ट गुट सामने आए हैं।
आज मेवाराम जैन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनके समर्थकों ने ढोल बजाकर और नाच-गाने के साथ उनका स्वागत किया। वहीं, बाड़मेर के कुछ हिस्सों में उनके विरोधियों द्वारा पोस्टर्स लगाकर हलचल मची हुई है। पूरे क्षेत्र में कांग्रेस के दो गुटों की झलक साफ दिखाई दे रही है।
कोई भी दूध का धुला नहीं है
मेवराम जैन ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कोई भी दूध का धुला नहीं है। हर किसी को पता है कि जनता जानती है कौन कैसा है। जब इस प्रकरण में मुझे कोर्ट से राहत मिल चुकी है, तो इस पर और ज्यादा प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल क्षेत्र में शांति और विकास को बढ़ावा देना है। राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि जैन की वापसी से कांग्रेस के अंदर असंतोष और समर्थन दोनों का समीकरण प्रभावित होगा, और आने वाले समय में बाड़मेर की राजनीति में हलचल बनी रह सकती है।