"चड्डी गैंग का धान मंडी पर धावा: 23 दुकानों में सेंध, CCTV में कैद अजीबोगरीब चोरी!"

राजस्थान के बालोतरा शहर की पुरानी धान मंडी में शुक्रवार रात एक बार फिर अपराध की ठंडी हवा चली, जब कुख्यात 'चड्डी गैंग' ने अपनी सिग्नेचर स्टाइल में बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया

Sep 27, 2025 - 21:20
"चड्डी गैंग का धान मंडी पर धावा: 23 दुकानों में सेंध, CCTV में कैद अजीबोगरीब चोरी!"
बालोतरा के धान मंडी में घूमती चड्डी गैंग CCTV में कैद।

राजस्थान के बालोतरा शहर की पुरानी धान मंडी में शुक्रवार रात एक बार फिर अपराध की ठंडी हवा चली, जब कुख्यात 'चड्डी गैंग' ने अपनी सिग्नेचर स्टाइल में बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने प्रथम रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित मंडी की 23 दुकानों के ताले तोड़ डाले और लाखों रुपये की नकदी के साथ-साथ कीमती सामान लूट लिया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पूरी घटना आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसमें बदमाशों को उनकी ट्रेडमार्क 'चड्डी-बनियान' अवतार में देखा जा सकता है – एक ऐसी शैली जो इस गैंग को 1990 के दशक से ही बदनाम बनाए हुए है।यह घटना न केवल व्यापारियों के बीच दहशत फैला रही है, बल्कि पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। चड्डी गैंग, जो मूल रूप से मध्य प्रदेश और आसपास के राज्यों में सक्रिय रहा है, अब राजस्थान की सीमाओं तक फैल चुका लगता है। इस गैंग के सदस्य रात के अंधेरे में न्यूनतम कपड़ों में वारदात करते हैं, ताकि पहचान छिपा सकें और गर्मी में आसानी से भाग सकें। हाल के वर्षों में, यह गैंग महाराष्ट्र के मालेगांव और गुजरात के वडोदरा जैसे इलाकों में भी समान वारदातों के लिए जिम्मेदार पाई गई है, जहां उन्होंने दुकानों पर सेंध लगाकर लाखों का माल उड़ा लिया था।

घटना की पूरी कालक्रम: रात्री का 'साइलेंट स्ट्राइक'

शुक्रवार रात करीब 1 बजे, जब मंडी क्षेत्र में सन्नाटा पसर चुका था, तब चड्डी गैंग के 4-5 सदस्यों ने अपनी रेकी पूरी कर ली। सूत्रों के अनुसार, ये बदमाश दिन में ही इलाके की निगरानी करते हैं, ताकि कमजोर ताले वाली दुकानों को चिन्हित कर सकें। रात के गहन अंधेरे में, उन्होंने पहले गेट तोड़ा, फिर एक-एक करके 23 दुकानों के ताले उखाड़ दिए। चोरी का शिकार होने वाली दुकानें मुख्य रूप से अनाज, बीज, कृषि उपकरण और किराना सामग्री बेचने वाली थीं। प्रत्येक दुकान से 20-50 हजार रुपये नकदी के साथ-साथ चावल, गेहूं, उर्वरक और अन्य सामान लूटा गया।प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, कुल चोरी की रकम 15 से 20 लाख रुपये के बीच हो सकती है, हालांकि सटीक आंकड़े व्यापारियों के बयानों और इन्वेंट्री चेक के बाद ही स्पष्ट होंगे। एक दुकानदार ने बताया, "हमने सोचा था कि सीसीटीवी से सुरक्षा है, लेकिन ये चोर इतने चालाक हैं कि कैमरों को नजरअंदाज कर देते हैं। सुबह उठे तो दुकानें लूट चुकी थीं – ताले टूटे, सामान बिखरा, और खाली अलमारियां।"

सुबह का हड़कंप: व्यापारियों का आक्रोश और पुलिस का ऐक्शन

शनिवार सुबह करीब 7 बजे, जब व्यापारी दुकानें खोलने पहुंचे, तो उन्हें चोरी का भयानक नजारा दिखा। टूटे ताले, उलट-पुलट सामान और खाली तिजोरियां देखकर हड़कंप मच गया। तुरंत मोबाइल पर पुलिस को सूचना दी गई। देखते ही देखते धान मंडी में सैकड़ों व्यापारी इकट्ठा हो गए। वे नारेबाजी करने लगे – "पुलिस कहां है? सुरक्षा दो!" और "चड्डी गैंग को पकड़ो, वरना हड़ताल करेंगे!" व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने कहा, "यह पहली बार नहीं है। पिछले तीन महीनों में मंडी में तीन ऐसी चोरियां हो चुकी हैं। हम डरे हुए हैं, व्यापार कैसे करें?"सूचना मिलते ही बालोतरा के पुलिस महकमे ने फुल अलर्ट मोड में आ गया। एसपी रमेश कुमार, डीएसपी सुशील मान और थाना प्रभारी चैल सिंह चौहान समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का मिनट-टू-मिनट जायजा लिया – फिंगरप्रिंट्स, टूटी चीजें और फुटप्रिंट्स सब कुछ चेक किया। सबसे महत्वपूर्ण, सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू हो गई। फुटेज में बदमाशों को चड्डी-बनियान पहने देखा गया, जो उनकी पहचान के रूप में काम आएगा। एसपी रमेश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, "हमने तीन विशेष टीमें गठित की हैं। एक टीम फुटेज एनालिसिस पर, दूसरी आसपास के जिलों में रेड पर और तीसरी मुखबिरों के जरिए। जल्द ही इन चोरों को धर दबोचेंगे।"