बाड़मेर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 3 करोड़ की 18.5 क्विंटल डोडा पोस्त जलाकर नष्ट

बाड़मेर पुलिस ने मंगलवार को चार थानों (धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, चौहटन, सदर) में बीते एक साल में जब्त 18.5 क्विंटल डोडा पोस्त को पुलिस फायरिंग रेंज में जलाकर नष्ट किया।

Sep 30, 2025 - 13:49
बाड़मेर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 3 करोड़ की 18.5 क्विंटल डोडा पोस्त जलाकर नष्ट

बाड़मेर, 30 सितंबर 2025: बाड़मेर पुलिस ने मादक पदार्थों के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई को जारी रखते हुए मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जिले के चार थानों—धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, चौहटन और सदर—में बीते एक साल में जब्त किए गए 18.5 क्विंटल डोडा पोस्त को पुलिस फायरिंग रेंज में जलाकर नष्ट कर दिया गया। इस डोडा पोस्त की अनुमानित कीमत 3 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत कोर्ट के आदेश पर की गई।

एसपी के नेतृत्व में गठित कमेटी ने की कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि मादक पदार्थों के नष्ट करने के लिए कोर्ट के निर्देश पर एक विशेष कमेटी का गठन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता स्वयं उन्होंने की। कमेटी की निगरानी में पुलिस फायरिंग रेंज में डोडा पोस्त को इलेक्ट्रिक कांटे से तौलकर, तेल और लकड़ियों की सहायता से जलाकर पूरी तरह नष्ट किया गया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  जसाराम बोस, डीएसपी रमेश शर्मा, डीएसपी सुखराम विश्नोई सहित संबंधित थानों के थानाधिकारी मौजूद रहे।

चार थानों की संयुक्त कार्रवाई का परिणाम

एसपी मीना ने बताया कि बीते एक साल में जिले के चार थानों—धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, चौहटन और सदर—ने अलग-अलग कार्रवाइयों में अवैध डोडा पोस्त से भरे ट्रक और गाड़ियों को पकड़ा था। इन कार्रवाइयों में कुल 18.5 क्विंटल डोडा पोस्त जब्त किया गया, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये है। यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस की सतर्कता और सक्रियता को दर्शाती है।

मादक पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति

एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने कहा कि बाड़मेर पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि जिले में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयों को और तेज किया जाएगा ताकि समाज को नशे के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके।

नष्ट करने की प्रक्रिया में पारदर्शिता

डोडा पोस्त को नष्ट करने की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी रखा गया। कमेटी की मौजूदगी में मादक पदार्थ का वजन किया गया और फिर नियमानुसार उसे जलाकर नष्ट किया गया। इस दौरान सभी आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन किया गया ताकि कोई अनियमितता न हो।