पोस्टर कांड पर मेवाराम का बड़ा दांव – किसे दी खुली चुनौती?

बाड़मेर में पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी के बाद विवाद भड़क उठा है। उनके कथित अश्लील फोटो वाले पोस्टर बाड़मेर, बायतु, बालोतरा और जोधपुर में लगाए गए

Sep 27, 2025 - 18:01
पोस्टर कांड पर मेवाराम का बड़ा दांव – किसे दी खुली चुनौती?

राजस्थान के सीमांत जिले बाड़मेर की राजनीति में इन दिनों एक ऐसा तूफान आ गया है, जो कांग्रेस पार्टी के आंतरिक कलह को नंगा कर रहा है। पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी के महज दो दिन बाद ही शहर की सड़कों पर उनके कथित अश्लील फोटो वाले होर्डिंग्स और पोस्टरों का सैलाब उमड़ पड़ा। 'बाड़मेर हुआ शर्मसार', 'महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी बाड़मेर की कांग्रेस' और 'बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं' जैसे तीखे नारों से सजे ये पोस्टर न सिर्फ बाड़मेर, बल्कि बायतु, बालोतरा और यहां तक कि जोधपुर तक फैल चुके हैं। जिला कांग्रेस कमेटी

बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा के नाम से जारी इन पोस्टरों ने पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जबकि जिला अध्यक्ष गफूर अहमद ने इसे 'अज्ञात साजिश' बताकर हाथ झाड़ लिया।

पोस्टरबाजी का 'नीच तीर': विरोधियों की साजिश या आंतरिक विद्रोह? 

शनिवार सुबह से ही बाड़मेर के प्रमुख चौराहों, बाजारों और गांवों में ये पोस्टर चिपकते नजर आए। सोशल मीडिया पर भी इन्हें तेजी से वायरल किया जा रहा है। पोस्टरों में जैन के कथित एडिटेड फोटो के साथ लिखा है: "बाड़मेर हुआ शर्मसार। महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी बाड़मेर की कांग्रेस। बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं।" राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह पोस्टरबाजी कांग्रेस की छवि को धूमिल करने का सुनियोजित प्रयास है। एक तरफ जहां जैन के समर्थक इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं, वहीं पार्टी के एक धड़े ने दिल्ली जाकर शीर्ष नेतृत्व से आपत्ति दर्ज कराई थी।जिला कांग्रेस अध्यक्ष गफूर अहमद ने इस मामले पर सतर्कता बरती। उन्होंने कहा, "यह मामला मेरे नॉलेज में नहीं है। कांग्रेस का नाम गलत इस्तेमाल किया गया है। हम इसकी जांच कराएंगे और दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।" अहमद की यह सफाई पोस्टरों पर जिला कमेटी के नाम छपे होने के बावजूद आ रही है, जिससे पार्टी के अंदर असमंजस और बढ़ गया है।

मेवाराम जैन का दर्दभरा प्रहार: 'टॉर्चर हो रहा, लेकिन विचलित नहीं' 

विवाद के केंद्र में बैठे मेवाराम जैन ने इसे 'नीचता की पराकाष्ठा' करार दिया। कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए उन्होंने कहा, "कोर्ट ने इन सबको फेक बताते हुए क्लीन चिट दे दी है। इसके बावजूद मेरे विरोधियों ने पोस्टर लगाए हैं। यह कोई बीजेपी नहीं कर रही है। यह कौन कर रहे हैं, ये सबको पता है। मैं विचलित नहीं होने वाला हूं, चाहे मुझे धमकियां दें, मार दें, मैं कांग्रेस में रहूंगा।"जैन ने अपनी पीड़ा मीडिया से साझा की: "बड़े दुख के साथ मुझे ये कहना पड़ रहा है कि जब परसु लेटर जारी हुआ और उस रात से, कल रात को और अभी तक जिस तरह से मुझे फोन कर रहे हैं, मुझे टॉर्चर कर रहे हैं, यह किसकी कहने से हो रहा है, बाड़मेर की जनता सब जानती है। मेरे कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम 500 गाड़ियां लेकर स्वागत करेंगे, लेकिन मैंने स्थिति देखी। मुझे पता है कि ये लोग चाहते हैं कि आपस में विवाद हो, ताकि कांग्रेस कमजोर हो। मैंने कहा, शांति बनाए रखें। सुबह मंदिर जाकर दर्शन करने के बाद लौटा तो फोन आए कि मेरे फोटो एडिट करके पोस्टर लगाए गए हैं। ये पोस्टर सिर्फ छोटी-मोटी जगह नहीं, बाड़मेर, बालोतरा, बायतु, जोधपुर सब जगह लगे हैं। इसके पीछे किसका हाथ है, क्या कारण है, इनकी जांच होनी चाहिए।"