राजस्थान: हनीट्रैप गिरोह की सरगना समेत दो महिलाएं धरी गई, बुजुर्ग को फंसाने की धमकी देकर 13 लाख से अधिक उगाहे

सीकर की धोद पुलिस ने हनीट्रैप गैंग की मुख्य आरोपी रेणुका चौधरी और सुबिता को गिरफ्तार किया। दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए 64 वर्षीय रामकरण को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 12.90 लाख रुपये, सोने के आभूषण और नकदी हड़पी। पुलिस ने बैंक खाता फ्रीज किया। रेणुका पहले भी सरकारी डॉक्टर से ठगी कर चुकी है।

Sep 16, 2025 - 21:34
राजस्थान: हनीट्रैप गिरोह की सरगना समेत दो महिलाएं धरी गई, बुजुर्ग को फंसाने की धमकी देकर 13 लाख से अधिक उगाहे
AI द्वारा फोटो बनाया गया है

सीकर जिले की धोद पुलिस ने एक हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसकी मुख्य सरगना रेणुका चौधरी (30 वर्ष) और उसकी सहयोगी सुबिता (37 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। दोनों महिलाओं पर एक 64 वर्षीय बुजुर्ग रामकरण को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने जाल में फंसाने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपये की उगाही करने का आरोप है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।

पुलिस के अनुसार, रेणुका और सुबिता ने सोशल मीडिया पर रामकरण से संपर्क स्थापित किया और उनसे दोस्ती का नाटक किया। इसके बाद, दोनों ने बुजुर्ग को ब्लैकमेल करने के लिए झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इस डर से रामकरण ने आरोपियों की मांग मान ली। दोनों महिलाएं उनके फार्महाउस पर पहुंचीं और वहां से सोने के आभूषण, नकदी, और 12.90 लाख रुपये बैंक खाते से ट्रांसफर करवाए। इस घटना ने बुजुर्ग को आर्थिक और मानसिक रूप से गहरी चोट पहुंचाई।

पीड़ित रामकरण ने 30 अगस्त को धोद थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों महिलाओं को फरार होने से पहले एक चौराहे पर धर दबोचा। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि रेणुका पहले भी इस तरह के अपराध में शामिल रही है। उसने एक सरकारी डॉक्टर को भी इसी तरह के हनीट्रैप में फंसाकर लाखों रुपये ऐंठे थे। पुलिस ने रेणुका के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है ताकि अवैध रूप से प्राप्त धन का उपयोग रोका जा सके।

धोद पुलिस स्टेशन के प्रभारी ने बताया कि यह गिरोह सोशल मीडिया का उपयोग करके लोगों को निशाना बनाता था। इस मामले ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते अपराधों और साइबर ठगी की गंभीरता को उजागर किया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं और कितने अन्य लोगों को इसका शिकार बनाया गया है।

यह घटना समाज में सोशल मीडिया के दुरुपयोग और हनीट्रैप जैसे अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत को दर्शाती है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अज्ञात व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन संपर्क में सावधानी बरतें और किसी भी तरह की धमकी या ब्लैकमेलिंग की स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें।

Mahaveer Sankhlecha I am a reporter dedicated to delivering accurate news and meaningful stories to the public.