"कार्यकर्ताओं का संदेश साफ – मानवेंद्र सिंह की जरूरत बाड़मेर को"
पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल लंबे समय बाद बाड़मेर दौरे पर पहुंचे, जहां सर्किट हाउस में बीजेपी जिला अध्यक्ष अनंत राम विश्नोई के साथ जनसुनवाई की।

राजस्थान की राजनीति के चर्चित चेहरे और पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र सिंह जसोल लंबे अरसे बाद बाड़मेर के दौरे पर हैं। बीजेपी में वापसी के बाद उनकी सक्रियता ने एक बार फिर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। आज सर्किट हाउस में बीजेपी जिला अध्यक्ष अनंत राम विश्नोई के साथ आयोजित जनसुनवाई के दौरान एक अनोखा और भावुक किस्सा सामने आया, जब वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने उन्हें 'घर' में लौटने का आग्रह किया। इस दौरान जैसलमेर विधायक छोटू सिंह के बयान पर मानवेंद्र सिंह ने विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन पर जोर देते हुए सरकार को सलाह दी। साथ ही, आगामी पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति पर भी खुलकर बोले।
जनसुनवाई में पहुंचे सैकड़ों लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा, और मानवेंद्र सिंह ने तत्काल अधिकारियों को फोन कर निर्देश दिए। यह दौरा न केवल स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित रहा, बल्कि बीजेपी के आधार को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
कार्यकर्ताओं का भावुक आग्रह: 'दिल्ली-जयपुर छोड़ो, बाड़मेर को अपनाओ'
लंबे समय से राजनीतिक ऊंचाइयों पर रहने वाले मानवेंद्र सिंह के बाड़मेर दौरे ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया। सर्किट हाउस में आयोजित जनसुनवाई के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ और पुराने कार्यकर्ताओं ने खुलकर अपनी पीड़ा बयां की। उन्होंने कहा, "आप दिल्ली, जोधपुर और जयपुर छोड़कर अब बाड़मेर में पूरा समय दें। कार्यकर्ताओं को आपकी जरूरत है।" यह आग्रह सुनकर सभा में सन्नाटा छा गया, और सभी की निगाहें मानवेंद्र सिंह पर टिक गईं।
इस पर मानवेंद्र सिंह ने भावुक होकर जवाब दिया, "कार्यकर्ताओं की बात बिल्कुल सही है। लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के चलते पहले समय नहीं दे पा रहा था। अब मैं उनकी भावनाओं का पूरा ख्याल रखूंगा।" उनका यह बयान कार्यकर्ताओं के बीच तालियों की गड़गड़ाहट लेकर आया
छोटू सिंह के बयान पर मानवेंद्र की तीखी प्रतिक्रिया: विकास हो, लेकिन पर्यावरण का विनाश नहीं
जनसुनवाई के दौरान एक अन्य रोचक मोड़ तब आया जब पत्रकारों ने जैसलमेर के बीजेपी विधायक छोटू सिंह भाटी के हालिया बयान पर सवाल उठाया। छोटू सिंह ने बाहरी विधायकों को नसीहत देते हुए स्थानीय मुद्दों पर ज्यादा हस्तक्षेप न करने की बात कही थी, जो विवादों में घिर गया। इस पर मानवेंद्र सिंह ने संयमित लेकिन स्पष्ट शब्दों में कहा, "हर किसी के मन में स्थानीय की भावना होती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। विकास जरूरी है, बिजली सबको चाहिए, लेकिन इसके साथ विनाश नहीं होना चाहिए। ओरण और गोचर भूमि को बचाना भी उतना ही जरूरी है।" उन्होंने सरकार को सलाह देते हुए जोड़ा, "सरकार को चाहिए कि इन सब के बीच ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाए जहां हमारी प्रकृति को ज्यादा नुकसान न हो।
पंचायती राज चुनावों पर बड़ा ऐलान: पुराने-युवा दोनों को मौका, पार्टी आगे बढ़ रही है
आगामी पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों को लेकर मानवेंद्र सिंह ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी यही चाहता है कि बीजेपी के पुराने और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ ही युवा कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में भरपूर मौका मिले। इसी दिशा में पार्टी पूरी तरीके से आगे बढ़ रही है।
जनसुनवाई: तत्काल समाधान के निर्देश, जिला अध्यक्ष के साथ मजबूत साझेदारी
सर्किट हाउस में आयोजित जनसुनवाई जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से आए लोगों के लिए राहत का केंद्र बनी। ग्रामीणों, किसानों और युवाओं ने अपनी पीड़ाओं को रखा—जल की कमी से लेकर सड़क निर्माण तक। मानवेंद्र सिंह ने इन ज्ञापनों पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कई अधिकारियों को मौके पर ही फोन कर समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अनंत राम विश्नोई सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।