झुंझुनूं में अधिकारी ने किया सुसाइड: सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर उठाया कदम
झुंझुनूं के एएओ सुरेश सैन ने सुसाइड किया। चार पेज के सुसाइड नोट में सात सूदखोरों पर कर्ज लौटाने के बाद भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

सुबह बेसमेंट में मिली लाश
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में रविवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। महिला अधिकारिता विभाग में कार्यरत सहायक प्रशासनिक अधिकारी (AAO) सुरेश सैन (54) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सदर थाना क्षेत्र के चूरू बाईपास स्थित बीरबल मार्केट की है, जहां उनकी खुद की दुकान के बेसमेंट में शव मिला। सुबह करीब 8 बजे सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
चार पेज का सुसाइड नोट बरामद
पुलिस को घटनास्थल से चार पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें सुरेश ने सात लोगों के नाम लिखते हुए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है। नोट में उन्होंने लिखा कि उन्होंने इन लोगों से उधार लिया पैसा पूरी तरह चुका दिया था, लेकिन वे “ब्याज पर ब्याज” जोड़कर करोड़ों रुपए की मांग करते रहे। लगातार धमकियों और मानसिक दबाव के कारण वे अब और सह नहीं पाए। उन्होंने यह भी लिखा कि उनकी दुकान की रजिस्ट्री वापस नहीं की गई, जबकि पूरा भुगतान किया जा चुका था।
परिवार से मांगी माफी
सुसाइड नोट के अंत में सुरेश ने अपने परिवार से माफी मांगते हुए लिखा—“मैं थक गया हूं, मैंने सब कुछ लौटाया, लेकिन इन लोगों ने चैन से जीने नहीं दिया।”
जीजा ने पाया शव
परिजनों के अनुसार, सुरेश शनिवार शाम घर से निकले थे और देर रात तक संपर्क नहीं हुआ। रविवार सुबह उनके जीजा महेंद्र कुमार जब दुकान पहुंचे, तो अंदर से दरवाजा बंद था। खिड़की से झांककर देखा तो सुरेश फंदे से लटके मिले।
जांच जारी
कोतवाली पुलिस ने सुरेश के जीजा की रिपोर्ट पर सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सुरेश पिछले कई महीनों से मानसिक तनाव में थे। पुलिस का कहना है कि यह मामला सूदखोरी से जुड़ी आर्थिक प्रताड़ना का प्रतीत होता है, जिसकी जांच जारी है।