"राजस्थान में CM की फटकार के बाद दो सीनियर IFS अधिकारियों पर गिरी गाज
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बार-बार निर्देशों के बावजूद वन विभाग के गेस्ट हाउसों को पर्यटकों के लिए नहीं खोलने और टाइगर रिजर्व में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर दो वरिष्ठ IFS अधिकारियों (प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक और अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक) पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बार-बार निर्देश देने के बावजूद काम में लापरवाही बरतने वाले दो वरिष्ठ भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारियों पर अब सख्त कार्रवाई की तलवार लटक रही है। वन मंत्री संजय शर्मा ने इन अधिकारियों, यानी प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक और अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव), के खिलाफ अखिल भारतीय सेवाएं (अनुशासन एवं अपील) नियम 1969 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
मामला क्या है?
मामला वन विभाग के गेस्ट हाउसों को पर्यटकों के लिए खोलने और टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की कमी से जुड़ा है। कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री ने एक बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि वन विभाग के सभी गेस्ट हाउसों को पर्यटकों के लिए खोला जाए और इनकी बुकिंग के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जाए। साथ ही, इन गेस्ट हाउसों का जीर्णोद्धार करने को भी कहा गया था। लेकिन, इन दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।इसके अलावा, राजस्थान के टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में पीने के पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर भी कई शिकायतें मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची थीं। इन समस्याओं को ठीक करने के लिए भी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे, लेकिन इन पर अमल नहीं हुआ।
बार-बार चेतावनी, फिर भी नहीं सुधरे अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद वन मंत्री संजय शर्मा की अध्यक्षता में एक महीने पहले एक बैठक हुई थी, जिसमें अधिकारियों को गेस्ट हाउसों के जीर्णोद्धार और ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम शुरू करने के लिए फिर से कहा गया। अगस्त में हुई एक अन्य बैठक में भी यह मुद्दा उठा, लेकिन दोनों अधिकारियों ने कोई ठोस कार्ययोजना तैयार नहीं की। इस लापरवाही से नाराज होकर मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
वन मंत्री ने की कार्रवाई की सिफारिश
वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया, "मैंने चार से पांच बार मीटिंग में अधिकारियों को इन कार्यों को पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया। इस लापरवाही को देखते हुए मैंने वन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दोनों वरिष्ठ IFS अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की है।"
पर्यटन और वन्यजीव संरक्षण पर असर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जोर राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने और वन्यजीव संरक्षण को मजबूत करने पर है। गेस्ट हाउसों को पर्यटकों के लिए खोलने का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को प्रोत्साहित करना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। वहीं, टाइगर रिजर्व में बुनियादी सुविधाओं की कमी न केवल पर्यटकों के लिए असुविधा का कारण बन रही है, बल्कि राजस्थान की छवि को भी नुकसान पहुंचा रही है।