भाटी-भजनलाल की मुलाकात में छुपा संदेश?
विधायक भाटी की भजनलाल शर्मा संग मुस्कुराती तस्वीर ने सियासी उठापटक बढ़ाई! धर्मांतरण बिल समर्थन से भाजपा नजदीकियां, चुनावी रणनीति बदलने की तैयारी?

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों बाड़मेर से निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सुर्खियों में हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मंत्रिमंडल के साथ उनकी एक तस्वीर सामने आई, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। लंबे समय बाद विधानसभा के अंदर मुख्यमंत्री और भाजपा विधायकों संग बैठकर चर्चा करते और हँसते हुए दिखे भाटी की यह तस्वीर महज़ शिष्टाचार मुलाकात है या फिर बढ़ती नज़दीकियों का संकेत—इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गौर करने वाली बात है कि हाल ही में राजस्थान विधानसभा में पारित धर्मांतरण विरोधी बिल पर भाटी ने न सिर्फ भाजपा का खुलकर समर्थन किया, बल्कि कांग्रेस और बाड़मेर के कई नेताओं पर आरोप लगाया कि वे मरुस्थल में धर्म को तुच्छ राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा के पक्ष में उनके इस रुख ने पहले ही हलचल पैदा की थी, और अब मुख्यमंत्री संग यह तस्वीर राजनीतिक महत्व को और भी गहरा कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि अगर इस तस्वीर को आगामी पंचायती राज चुनावों से जोड़ा जाए तो इसका असर और गंभीर हो सकता है। भाटी की भाजपा से नजदीकियां बाड़मेर में नए समीकरण गढ़ सकती हैं। यह तस्वीर केवल व्यक्तिगत जुड़ाव की प्रतीक नहीं, बल्कि एक राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी मानी जा रही है। आने वाले समय में इसका असर दोनों ही पक्षों—सत्ता और विपक्ष—पर दिखना तय माना जा रहा है।
याद दिला दें कि 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा से बगावत कर भाटी ने शिव सीट से चुनाव लड़ा और पार्टी की रणनीति बिगाड़ दी थी। इसके बाद लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरकर भाजपा को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। हालांकि इसके बावजूद भाटी लगातार दिल्ली से लेकर जयपुर तक भाजपा नेताओं से मुलाकात करते रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री संग आई यह नई तस्वीर उनके भविष्य के राजनीतिक समीकरणों को लेकर और भी चर्चाओं को जन्म दे रही है।